ग्वालियर, 21 सितंबर (वेब वार्ता)। बीते दिनों म.प्र गृह निर्माण एवम अधोसंरचना विकास मंडल व्रत ग्वालियर दीनदयाल नगर के सैक्टर डी स्थिति भूमि सर्वे क्रमांक 43/1/1/1(एस) रकबा लगभग एक बीघा पर कतिपय भू माफियों ने हाउसिंग बोर्ड के कर्मचारियों/अधिकारियों से सांठ गांठ कर अवैध कब्जा कर भूमि को बेचने का घौटाला उजागर हुआथा उस मामले में उपायुक्त एन डी अहिरवार ने कार्यपालन यंत्री और सहायक यंत्री को पत्र जारी कर ज़बाब मांगा है। जारी पत्र में लिखा है कि दीनदयाल नगर के सैक्टर डी की जिस एक बीघा भूमि को भू माफिया बेच दिया है उनके विरूद्ध कार्यवाही कर इस कार्यालय और शिकायत कर्ताको जानकारी दें।
उल्लेखनीय है कि भू माफिया ने दीनदयाल नगर के सैक्टर डी स्थित उक्त भूमि का 1985 में हाउसिंग बोर्ड को सरेंडर कर उसके बाद तत्कालीन समय की गाइड लाइनसे मुआवजा भी लेलिया, भूमि का मुआवजा देकर बोर्ड के अधिकारी कानों में उंगली डालकर सोगये बोर्डने उक्त भूमि अपने खसरे में नहीं चडवाई और भूमि 1985 से लेकर अबतक किसान के नाम से ही खसरे में अंकित है जबकि नक्शा और नॉटी फिकेसन में हाउसिग बोर्ड की है। किसान ने हाउसिंग बोर्ड की लापरवाही का लाभ उठाकर राजस्व एवम नगर निगम अधिकारियों से सांठ गांठ कर उक्त भूमि पर भूखंड बेचकर राजस्व विभाग में नामांतरण भी करादिए जिनको भूमि बेची है उनमें फूलसिंह लोधी पुत्र मुरली सिंह सीमा पत्नी राकेश, पंकज शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा, नीशू शर्मा पत्नी आनंद शर्मा, पिंकी कुशवाह पत्नी सुनील सिंह कुशवाह, राजकुमार सिंह पुत्र महेंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह पुत्र रामहेत सिंह, राजकुमार गुर्जर पुत्र भोलाराम गुर्जर, सूर्यप्रताप सिंह पुत्र गोवर्धन सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह पुत्र स्व.भंवर सिंह एवम राधाचरण पुत्र केदार सिंह है सभी नियमों को ताक पर रखकर भूखंड बेचदिए जिनमें कुछपर आलीशान भवन बनचुके हैं।
इतना ही नहीं मंडल की भूमिका पटवारी और तहसीलदार से मिलकर अपने नाम नामांतरण भी करालिये जनवरी 2023 तक राजस्व विभाग में नामांतरण हुए हैं और मंडल के अधिकारी गूंगे का गुड़ दवाकर बैठे रहे सूत्र बताते है कि इस भूमि में एक भूखंड नगर निगम के पटवारी का और 4 हाउसिंग बोर्ड के इंजीनियर या उसके रिश्तेदार के हैं। मंडल के वृत कार्यालय से महज 200 मीटर की दूरी पर करोड़ों रु की भूमि पर भू माफिया ने कब्जा कर बेचदी और राजस्व विभाग में नामांतरण कराकर भवन भी बनालिए और मंडल के अधिकारियों/कर्मचारियों को भनक तक नहीं लगी क्या ऐसा होसकता है?
यह मामला गंभीर जांच का विषय है। उक्त संदर्भ में वरिष्ठ समाज सेवी मुकेश शर्मा ने उपायुक्त एन.डी अहिरवार, आयुक्त भोपाल चंद्रमोली शुक्ला को की है उन्होंने चेतावनी दी है कि जल्द ही अगर भूमि कब्जे से मुक्त नहीं कराई गई तो हाउसिंग बोर्ड को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। शिकायत में लिखा है कि उक्त कृत्य की जांच कराकर मंडल के दोषी कर्मचारियों/अधिकारियों, राजस्व विभाग के सभी दोषी कर्मचारियों /अधिकारियों एवम भू माफिया के विरुद्ध कठोर कार्यवाही कर अवैध निर्मित भवनों को तोड़ने की कार्यवाही कर दोषियों पर पुलिस कार्यवाही कराई जाबे। तथा की गई कार्यवाही से शिकायत कर्ता को भी अवगत करावें।
मैंने कार्यपालन यंत्री और सहायक यंत्री को पत्र लिखा है जल्द से जल्द कार्यवाही कर मुझे और शिकायत कर्ता को जानकारी दें।
-एन.डी अहिरवार, उपायुक्त मध्य प्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल ग्वालियर