ग्वालियर, (वेब वार्ता)। जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में योग को बढ़ावा देने के लिए एक योग वन तैयार किया जाएगा। 2 करोड़ रूपए की लागत से 6 बीघा के स्थान में बनने वाले इस योगवन के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से मंजूरी मिल गई है। यूजीसी सहित अन्य अथोरिटीज से स्वीकृति मिलते ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद यहां लोग एक साथ मिलकर योग अभ्यास कर सकेंगे।
यहां बनेगा योगवन
स्थान की बात करें तो निर्माण के लिए जेयू के प्रशासनिक भवन के सामने मौजूद पार्क को योगवन बनाने के लिए चुना गया है। आधुनिक सुविधाओं से लैस होने के साथ साथ यह योग वन माहौल भी वैसा ही देगा जैसे मानों कि किसी शांत वन में बैठकर योग का अभ्यास किया जा रहा हो। खास बात यह है कि इस सुविधा का लाभ न सिर्फ विश्वविद्यालय के सदस्य और छात्र छात्रा ले सकेंगे बल्कि शहरवासी भी इसका लाभ उठा सकेंगे।
पेड-पौधे और झीलें भी हाेंगी
योग वन को बनाने के पीछे का उद्देश्य ही प्रकृति के करीब आना है। इस योगवन में काफी कुछ खास चीजें होंगे जो कहीं न कहीं छात्रों सहित शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगी। इस योगवन को पेड़-पौधों से सुसज्जित किया जाएगा । इसके साथ ही छोटी सी कृत्रिम झील भी बनकर तैयार होगी जो बिलकुल ऐसा एहसास दिलाएगी मानो आप प्रकृति की गोद में बैठकर योग अभ्यास कर रहे हो
एक बार में 500 लोग करेंगे योग
विश्वविद्यालय के इस प्रोजेक्ट को 6 बीघा में तैयार किया जा रहा है । इसमें एक समय पर लगभग 500 लोग योग अभ्यास कर सकेंगे। फ्लोर को भी विशेष रूप से डिजाइन किया जा रहा है। यह योग वन न सिर्फ सुविधाजनक होगा बल्कि इसको जिस हिसाब से डिजाइन किया जाना प्रस्तावित है , यह काफी आकर्षक भी लगेगा।
पावर प्लग आप्शन भी होंगे
यहां योग करने के लिए लोगों को किसी पर आश्रित होने की जरूरत नहीं होगी। आश्रित से हमारा तात्पर्य है कि किसी भी योगा इंस्ट्रक्टर की गैरमौजूदगी में भी आप यहां सिर्फ अपने लैपटाप की सहायता से याेग अभ्यास कर सकते हैं। लैपटाप को पावर देने के लिए यहां विशेष रूप से पावर स्विच भी डिजाइन किए जाएंगे। जहां अपना लैपटाप कनेक्टर कर आप देख देख कर योग अभ्यास कर सकेंगे।