ग्वालियर, (वेब वार्ता)। अगर आपके मोबाइल से बच्चे आनलाइन गेम खेलते हैं। आप इसी मोबाइल से इंटरनेट बैंकिंग करते हैं, यही मोबाइल नंबर आपके बैंक खाते से लिंक्ड है तो सावधान हो जाएं। अब ठगों ने आनलाइन गेमिंग में टास्क और रिवार्ड प्वाइंट का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। एक लिंक पर क्लिक करते ही खाता खाली हो जाएगा। जनवरी से अगस्त माह के बीच में पुलिस के पास ऐसे 49 मामले पहुंचे हैं। जिनमें आनलाइन गेमिंग के दौरान ठगी हो गई। इसलिए सावधान रहें। पढ़िए किस तरह हो रही है ठगी, किस तरह टेक्नोलाजी का ही इस्तेमाल कर इस तरह के ठगों से खुद को बचा सकते हैं।
ऐसे ठगी कर रहे हैं ठग
आनलाइन गेम जब भी कोई खेलता है तो इसके जरिये मोबाइल हैक कर ठगी करने वाले हैकर आनलाइन गेम एप के जरिये मोबाइल का एक्सेस हासिल कर लेते हैं। इसके जरिये यह लोग कांटेक्ट लिस्ट, लोकेशन, गैलरी, डाक्यूमेंट फाइल का एक्सेस हासिल कर लेते हैं।
- रिवार्ड प्वाइंट, टास्क पूरा करने का झांसा देते हैं। इसमें अलग-अलग स्टेप में कुछ रिवार्ड प्वाइंट का मैसेज भेजते हैं। इसी दौरान यह लोग लिंक भेजते हैं।
- इन लिंक के जरिये स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड करा देते हैं, फिर मोबाइल का एक्सेस हासिल कर पे-वालेट के जरिये खाते से रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं।
- आनलाइन गेमिंग के कुछ एप्स पहले तो मुफ्त रहते हैं फिर एक-दो लेवल के बाद यह पेड हो जाते हैं। अगर मोबाइल में पे-वालेट लिंक है तो इस पर बच्चे जैसे ही क्लिक करते हैं पे-वालेट का एक्सेस हासिल कर रुपये इसमें से निकल जाते हैं। कई बार ट्रांजेक्शन के दौरान ही ठगी कर ली जाती है।
- कुछ एप्स में टास्क कंप्लीट करने वाले लोगों को प्वाइंट रिडीम करने का झांसा दिया जाता है। इस दौरान ही लिंक भेजते हैं और मोबाइल का पूरा एक्सेस हासिल कर लेते हैं। इसके जरिये ठगी करते हैं।