भोपाल, (वेब वार्ता)। प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में खाली करीब 64 हजार सीटों को भरने के लिए कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) राउंड हुई। तकनीकी शिक्षा संचालनालय (डीटीई) द्वारा प्रवेश के लिए 27 से 30 अक्टूबर तक चलाए गए सीएलसी राउंड में विभिन्न पाठ्यक्रमों में 1649 पंजीयन हुए, जिसमें 915 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। वहीं, 11 पाठ्यक्रम ऐसे हैं, जिनमें किसी भी विद्यार्थी ने प्रवेश नहीं लिया।
बता दें कि डीटीई के 20 पाठ्यक्रमों की 2.14 लाख सीटों पर अब तक 1.50 लाख प्रवेश हुए हैं। ऐसे में, इस साल करीब 64 हजार सीटें खाली रह गई हैं। वहीं, आर्किटेक्चर में मंगलवार को प्रवेश लेने की अंतिम तारीख थी। इस प्रकिया के तहत एआइसीटीई द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रमों बीई/बीटेक में प्रवेश के लिए इंजीनियरिंग डिप्लोमा के आधार पर एंट्री दी जा रही है।
आइटीआइ से डिप्लोमा, डिप्लोमा (एमओएम/बीसीसी/फिल्म टेक्नोलाजी एंड टीवी प्रोडक्शन) आदि में डिप्लोमा के आधार पर इंजीनियरिंग में प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, एमटेक-एमई (पूर्ण कालिक), एमबीए (पूर्ण कालिक) और एमसीए कोर्स के लिए बीई/बीटेक, बी डिजाइन, एकीकृत एमबीए, एकीकृत एमसीए, बैचलर इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलोजी के आधार पर प्रवेश दिए जा रहे हैं।
सबसे अधिक एमबीए में सीटें खाली
इस सीएलसी राउंड के तहत इंजीनियरिंग कालेजों में सबसे अधिक पंजीयन एमबीए के लिए हुए हैं। एमबीए के लिए 1099 पंजीयन हुए, जबकि इसमें 580 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। वहीं, अब तक एमबीए में 57 हजार सीटों पर 38 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। अब भी 18 हजार 881 सीटें खाली हैं।