-विक्रमपुर का सर्व नंबर 217 प्राधिकरण की नोनिफाइड योजना से बाहर
-5 बार हो चुका है सीमांकन फिर भी जबरन किसानों की जमीन हथियाने पर उतारू है जीडीए अफसर
ग्वालियर, 13 सितंबर (मुकेश शर्मा)। ग्वालियर विकास प्राधिकरण के प्रशासन पर पिछले कुछ वर्षो से भू-माफियाओं और दलालों के हाथों का खिलौना बना हुआ है। यहां भू माफियाओं की मिली भगत से प्राधिकरण के अफसर किसानों की जमीन जबरन हथियाने पर उतारू है। यह आरोप ग्राम विक्रमपुर के सर्वे नंबर 217 के भू स्वामी रसाल सिंह लोधी अजीत सिंह तोमर ने बुधवार को संभाग आयुक्त दीपक सिंह को दिए शिकायती आवेदन में लगाए है।
किसानों का कहना है कि प्राधिकरण की आवासीय योजना शताब्दीपुरम के फेस 1 के जे एवं आई ब्लॉक से सटे हुए ग्राम विक्रमपुर के सर्वे नंबर 217 कुल रकवा 1.129 हैक्टियर जमीन प्राधिकरण की नोटीफाइड योजना से बाहर है और भू स्वामियों ने 2021 मेंअपनी इस जमीन का डायवर्सन कराने के बाद नजूल का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिया है।
इसके साथ ही भू स्वामियों द्वारा पिछले साल अपनी जमीन का नगर निगम में विधिवत आवासीय कॉलोनी का नामांतरण कराके 1,17,236 रूपए संपत्ति कर भी जमा करा चुके है और अपनी जमीन पर आवासीय कॉलोनी का निर्माण कराया जा रहा है। उक्त आवासीय कॉलोनी के लिए सयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय से अभिन्यास की स्वीकृति तथा आयुक्त नगर निगम ग्वालियर के कार्यालय से आवासीय कॉलोनी विकास हेतु अनुज्ञा प्राप्त की हुई है।
किसानों का कहना है कि उनकी पैतृक जमीन पर प्राधिकरण में सक्रीय भू-माफिया और दलालों की निगाह लगी हुई है, भू माफियाओं ने प्राधिकरण के इंजिनियर रवि गुप्ता और सतेंद्र तोमर से सांठ गांठ करके किसानों की जमीन में अपने नाम से भूखंड आवंटित करा लिए, जबकि सर्वे नंबर 217 प्राधिकरण की योजना से बाहर है दूसरी तरफ़ 120 फुट चौड़ी सड़क जो एयरपोर्ट को सीधे साढा से जोड़ती है उस सीधी सड़क के नक्शे में छेड़छाड़ करके अपनी गलती व घोटाले छुपाने के उद्देश्य से प्राधिकरण इंजीनियरों ने मुख्य सड़क को ही टेड़ा करके किसान की जमीन के बीच से निकालने पर उतारू है।
किसानों ने कहा कि ग्वालियर विकास प्राधिकरण की मांग पर राजस्व अमले द्वारा हमारी जमीन का 5 बार सीमांकन कराया जा चुका है, हर बार सीमांकन रिपोर्ट में में किसानों की जमीन उसी स्थान पर दर्शाई गई है लेकिन फिर भी प्राधिकरण के अफसर जबरन किसान की जमीन हथियाने पर उतारू हैं।
किसानों का आरोप भू-मफियाओं के हाथों की कठपुतली बने है जीडीए के अधिकारी
किसानों ने अध्यक्ष/संभाग आयुक्त से कहा कि प्राधिकरण को इस समय अप्रत्यक्ष रुप से भू-माफिया और दलाल चला रहे है, प्राधिकरण के इंजिनियर रवि गुप्ता और सतेंद्र तोमर ने माफियों से मिलकर करोड़ों रुपए का घोटाला किया है ये दोनों इंजिनियर जीडीए की ओट में माफियाओं की अर्दलीय करते है।
न्याय नहीं मिला तो परिवार सहित प्राधिकरण दफ्तर पर धरना
किसान रसाल सिंह के पुत्र गजेंद्र लोधी और अजीत सिंह ने ग्वालियर विकास प्राधिकरण के प्रभारी अध्यक्ष संभाग आयुक्त दीपक सिंह से कहा कि उन्हे आपसे न्याय की उम्मीद है, अगर न्याय नहीं मिला तो वे परिवार सहित प्राधिकरण दफ्तर पर धरने पर बैठेंगे किसानों ने कहा कि अगर सही से जांच हो तो प्राधिकरण के अफसर और भू-माफियाओं की सांठ गांठ से 500 करोड़ से अधिक का घोटाला उजागर होसकता है।