-10 लाख लोगों ने एक साथ की दुआ
-इज्तिमा में देशभर से आई थीं 5 हजार जमातें
भोपाल (अकबर खान)। राजधानी भोपाल के ईंटखेड़ी में हर साल आयोजित होने वाला मुस्लिम समुदाय का धार्मिक आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दुआ ए खास के साथ सोमवार को समापन हो गया। सुबह 9.28 बजे मौलाना साद ने दुआ की, तो लाखों हाथ एक साथ उठे। 29 मिनट तक दुआ हुई। इस दौरान इतने बड़े मजमे में सिर्फ मौलाना साद और उनके पीछे आमीन कहने वालों की आवाजें आ रही थीं।
दुआ से पहले सुबह 9.21 बजे तक मौलाना साद ने तकरीर की। उन्होंने कहा- आज इंसान ने अपनी जरूरत को दुनिया के आसपास महदूद (सीमित) कर लिया है। जबकि, असल जिंदगी आखिरत के लिए तैयारी करने की है, उसे फिक्र नहीं है। जमातों में निकलकर तब्लीग के जरिए लोगों को असल जिंदगी की मेहनत के लिए ही बताया जा रहा है।
मौलाना साद ने दुआ में कहा- ऐ अल्लाह, सारी दुनिया को इल्म के नूर से रौशन कर दे। सारी कायनात में अमन, सुकून, भाईचारे की हवाएं चला दे। इस शहर, सूबे, मुल्क को कामयाबी, तरक्की की बुलंदियां बख्श दे। दुनिया के हर इंसान को सच्चाई, ईमानदारी और हक पर चलने की आसानी फरमा दे। इज्तिमा में शिरकत करने वालों, इसके इंतजाम करने वालों, इसकी तैयारी में मदद करने वालों की तमाम जायजा हाजतों को पूरा कर दे। सारे आलम में आ रही तबाहियों से तमाम लोगों की हिफाजत फरमा।
दिखी गंगा-जमुनी तहजीब
दुआ के बाद घरों के लिए रवाना हुए लोगों को रास्ते की परेशानियों से बचाने के लिए इस्लाम नगर, सेमरा सैयद, गोलखेडी, लाम्बाखेडा आदि ग्रामों के लोगों ने व्यवस्थाएं की थीं। पीने का पानी, चाय के अलावा गैर मुस्लिम भी ट्रैफिक इंतजाम भी संभाल रहे हैं। हिंदू समाज के लोगों ने इज्तिमा की पार्किंग के लिए भी अपने खेतों में जगह उपलब्ध कराई है। इसके अलावा इज्तिमागाह पर तैयार किए गए अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को तैयार करने के लिए बिछाई गई लाइन के लिए भी कई हिंदू समाज के लोगों ने अपने खेतों से पाइप लाइन गुजारने की जगह दी है।
सिर्फ वेज खाना ही मिला
देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में भोपाल 6वें पायदान पर है, इसलिए इज्तिमे में सफाई को लेकर सीख दी गई। पिछले 3 दिन तक लोगों को वेज खाना ही दिया गया। 50 रुपए में वेज पुलाव, दाल-चावल, सब्जी-रोटी मिली और 20 रुपए में पाव-भाजी, हलवे का नाश्ता दिया गया। 6 रुपए में पानी की एक लीटर की बोतल और 5 रुपए में चाय (कट) मिली।
बड़ा चार्जिंग पॉइंट बनाया
इज्तिमे में नगर निगम की फायर टीम 24 घंटे अलर्ट मोड पर रही। फायर एक्सपर्ट साजिद खान की मौजूदगी में 40 कर्मचारियों का स्टाफ जुटा रहा। फायर एक्सपर्ट खान ने बताया कि इज्तिमा में बाहर से लोग शामिल हुए। ऐसे में उन्हें मोबाइल चार्ज करने के इंतजाम नहीं मिल पाते, इसलिए बड़ा चार्जिंग पाॅइंट बनाया गया। इसमें एक साथ 100 मोबाइल चार्ज हो सकते हैं। वहीं, इमरजेंसी लाइट, 50 अग्निशामक यंत्र, 6 फायर ब्रिगेड, 6 बुलेट फायर, पंप, जनरेटर और गाड़ियों के पंक्चर सुधारने के लिए भी इंतजाम किए गए।
दुनिया के बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक
भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा मुस्लिम समुदाय के दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में ही इज्तिमा होता है। भोपाल के इज्तिमा में विदेशी जमातें भी शामिल होती रही हैं, लेकिन पहली बार इस साल विदेशी जमातें नहीं आईं। देशभर से ही जमातें आईं।
ज्ञात हो कि कोरोना के कारण बीते 2 साल से आलमी इज्तिमा का आयोजन नहीं हो पाया था। आज 18 नवंबर जुमे के दिन से शुरू हुआ आलमी इज्तिमा चौथे दिन 21 नवंबर को दुआ के साथ सम्पन्न हुआ। इज्तिमा के पहले दिन शुक्रवार को आयोजन स्थल पर जुमा की नमाज अदा गई थी। इस दौरान देशभर की जमातों के अलावा बड़ी तादाद में शहरवासी भी शामिल हुए थे।
50 साल में पहली बार विदेशी जमातों के बगैर हुआ इज्तिमा
यह 50 साल में पहला मौका है, जब विदेशी जमातों ने इज्तिमा में शिरकत नहीं की। पहली बार 1950 में तब्लीगी इज्तिमा में विदेशी जमातों ने शिरकत की थी। इसके अलावा इस बार इज्तिमागाह को जीरो वेस्ट कैंपस बनाया गया था। प्लास्टिक और पेपर को रीसाइकल करने के लिए मशीनें और पौंड लगाए गए थे।