CPS Diploma: भोपाल (राज्य ब्यूरो)। प्रदेश में चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी दूर करने के लिए सरकार ने सीपीएस डिप्लोमा (कालेज आफ फिजीशियन एंड सर्जन,मुंबई) पाठ्यक्रम जिला अस्पताल और कुछ सिविल अस्पतालों में पांच साल पहले शुरू किया था। मौजूदा स्थिति में 38 अस्पतालों में इसकी 91 सीटें हैं। प्रवेश के लिए दो चरण की काउंसिलिंग के बाद भी 51 सीटें खाली हैं।
अब तीसरे चरण की काउंसलिंग नौ सितंबर से की जा रही है। यह कोर्स दो साल का होता है। सीट नहीं भरने की दो वजह हैं। एक तो यह कि इस पाठ्यक्रम को करने के बाद दूसरे राज्यों में प्रैक्टिस नहीं की जा सकती। दूसरी यह कि मेडिकल पीजी डिग्री सीट बढ़ने के बाद इसी में दाखिला मिल जाता है, जिससे डिप्लोमा में रुचि कम हुई है।