भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश में मानसून सक्रिय बना हुआ है। बादल भी बने हुए हैं। अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक धार में 79.4, ग्वालियर में 46.6, शिवपुरी में 14, रतलाम में सात, उज्जैन में छह, दतिया में 3.4, गुना में 0.4, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर पंजाब तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड पर बना है। इन चार मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार मिल रही नमी के कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात के उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के असर से रविवार को ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में भारी वर्षा होने के आसार हैं। इसके अलावा राजस्थान एवं गुजरात से लगे इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं अच्छी वर्षा हो सकती है। मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में भी बादल बने हुए हैं। राजधानी में भी बादल छाए हुए हैं। बीच-बीच में धूप भी निकल रही है। शाम के समय शहर में कहीं-कहीं बौछारें भी पड़ सकती हैं।