भोपाल, (वेब वार्ता)। भोज मुक्त विश्वविद्यालय ने नवीन शैक्षणिक सत्र में एक दर्जन नए डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए हैं। वहीं दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए बीएड, पीजीपीडी एवं फाउंडेशन कोर्स पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसमें व्यापार प्रबंधन, श्री रामचरित मानस से सामाजिक विकास सहित अन्य कोर्स शामिल हैं। इन कोर्सेस में एक दिन और माह में तीन दिन की कक्षाएं लगाई जाएंगी।
विवि ने विद्यार्थियों के लिए इस साल करीब एक दर्जन नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। इसमें सीएचआर मानवाधिकार प्रमाण-पत्र, सीआरडी ग्रामीण विकास प्रमाण पत्र, डीवीए व्यापार प्रबंधन, रामचरित मानस से सामाजिक विकास सहित अन्य कोर्स शामिल हैं। इसके अलावा बीएड, डीएड, बैचलर आफ जर्नलिज्म कोर्स भी शामिल हैं। इन कोर्स में अब तक 50 हजार से अधिक विद्यार्थी एडमिशन ले चुके हैं। पिछले वर्ष भोज विवि में 80 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था। वर्ष 2020 में भोज के विद्यार्थियों की संख्या एक लाख के करीब थी।
दिव्यांग के लिए विशेष पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं
दिव्यांग श्रेणी के विद्यार्थियों को शिक्षा के उद्देश्य से भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली के सहयोग से बीएड (स्पेशल एजुकेशन), पीजीपीडी एवं फाउंडेशन कोर्स पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
तीन दिन लगेंगी कक्षाएं
भोज सरकारी और मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय इसमें सप्ताह में सिर्फ एक दिन और माह में तीन दिन कक्षाएं लगाई जाएंगी। छुट्टी के दिन रविवार को नियमित डिग्री की कक्षाएं लगाई जाएंगी।
हमारा लक्ष्य प्रदेश में प्रवेश की संख्या को बढ़ाना है। कई युवा पारिवारिक जिम्मेदारी या आर्थिक परेशानी की वजह से 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं, इसलिए कम फीस में स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्स शुरू किया गया है।
– संजय तिवारी, कुलपति, भोज मुक्त विश्वविद्यालय