भोपाल, (वेब वार्ता)। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त एक प्रति-चक्रवात पश्चिम बंगाल के आसपास बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय इन तीन मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं का रुख दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। मंगलवार को राजधानी में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे ठंड से राहत रही। उधर दिन के तापमान में मामूली गिरावट होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह गुना, रतलाम, शिवपुरी और छतरपुर जिले में हल्का से मध्यम कोहरा रहा। न्यूनतम तापमान ग्वालियर संभाग के जिलों में काफी बढ़े एवं शेष संभागों के जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान रीवा और सागर संभाग के जिलों में सामान्य से विशेष रूप से अधिक रहा। भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम और शहडोल संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक रहा। शेष संभागों में सामान्य से अधिक रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ नमी आ रही है। इसके चलते मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाने लगे हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान काफी बढ़ने लगे हैं। बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है।