भोपाल, (वेब वार्ता)। राजाभोज विमानतल परिसर में तैयार किए जा रहे रामवन में रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल के सभी सहयोगियों के साथ पौधारोपण कर रहे हैं। सुबह करीब दस बजे सीएम शिवराज सिंह चौहान राम वन पहुंचे और पौधारोपण कार्यक्रम शुरू किया। उनके साथ प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों के अलावा भाजपा के कई बड़े नेता व कलेक्टर अविनाश लवानिया समेत जिला प्रशासन व पुलिस के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद हैं। यहां अलग-अलग प्रजाति के 750 पौधे रोपे जा रहे हैं।
प्रकृति की सेवा संकल्प के 2 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम। #OnePlantADay #GreenMPwithShivraj https://t.co/loxL2FtND2
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 19, 2023
दरअसल मुख्यमंत्री के प्रतिदिन पौधारोपण कार्यक्रम को दो साल पूरे हो चुके हैं। इसी के तहत रविवार सुबह यह पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जो कि लगभग दो घंटे तक चलेगा। नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी ने बताया कि लगभग आधा एकड़ भूमि में पौधे लगाए जाएंगे। इस दौरान महापौर, अध्यक्ष, जोन अधिकारी एवं पार्षद सहित सैकड़ों लोग मौजूद हैं।
राम आस्था मिशन द्वारा किया जा रहा है तैयार
राजाभोज विमानतल पर राम आस्था मिशन द्वारा तैयार किए जा रहे भारत के तीसरे सबसे बड़े और मध्यप्रदेश सबसे बड़े मानव सृजित रामवन में ऐतिहासिक पौधारोपण का कार्यक्रम किया जाएगा। बता दें कि राम आस्था मिशन अब तक देश में 916 जंगल बना चुका है जिसमें आठ करोड़ से अधिक पेड़ जंगल बनकर तैयार हो चुके हैं। मिशन द्वारा विगत माह प्रवासी भारतीय सम्मेलन में इंदौर में नमो ग्लोबल गार्डन तैयार किया गया है।
16 एकड़ में तैयार हो रहा है रामवन, करेगा आक्सीजन बैंक का काम
राम आस्था मिशन के संस्थापक तन्मय जैन और 1985 बैच के आइएएस अधिकारी रमेश प्रताप सिंह ने बताया कि 16 एकड़ में यह राम वन तैयार हो रहा है। इसकी खासियत है कि इस रामवन को पूरी तरह प्राकृतिक रूप से तैयार किया जा रहा है। इसमें एक लाख चालीस हजार पौधे लगाए जाने हैं, जिसमे अब तक 48 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। रामवन में 120 प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं और भविष्य में 800 से अधिक पौधे और वनस्पति लगाए जाने का लक्ष्य है। यह पौधे मध्यप्रदेश की मूल प्रजाति के लगाए जा रहे हैं। इन पौधों को सुरक्षित व संरक्षित भी किया जाएगा। इन पेड़ों में जो भी फल या उपज होगी, उसके लिए हार्वेस्टिंग नहीं होगी। ऐसे में यहां के फल सिर्फ पशु-पक्षी ही खाएंगे। पक्षियों द्वारा खाए गए फल और बीज सीधे जमीन पर गिरेंगे, जिससे नेचुरल जंगल की तरह रामवन तैयार होगा। यह राम वन आक्सीजन बैंक की तरह काम करेगा।
प्राकृतिक तरीके से लगाए जाएंगे पौधे
रामवन में अलग-अलग प्रजाति के पौधे लगाए जाते हैं, जिसमें मेडिशनल, फलदार, छायादार, व्यवसायिक उपयोग में आने वाले पौधे लगाए जाते हैं। पारंपरिक तकनीक से पौधे लगाए जाते हैं। जमीन कम पानी वाली होती है। साथ ही केमिकल की जगह आर्गेनिक फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करते हैं। इससे जमीन भी उपजाऊ होती है। पौधों में प्राकृतिक खाद का उपयोग किया गया है। इस खाद को तैयार करने में 48 डंपर राख का उपयोग किया गया है। यह राख भोपाल के सभी श्मशान घाटों से एकत्रित की गई है। इस राख में 800 डंपर जलकुंभी को मिलाकर प्राकृतिक खाद तैयार की गई है। रामवन में लगाए जा रहे पौधे की लाइव मानिटरिंग क्यूआर कोड से की जाएगी। राम आस्था मिशन द्वारा पौधों की मानिटरिंग के लिए क्यूआर कोड तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से लोग कही भी बैठकर अपने लगाए पौधे को बढ़ता हुआ देख सकेंगे।