संत हिरदाराम नगर, (वेब वार्ता)। राजधानी के बैरागढ़ स्थित थोक कपड़ा एवं बर्तन बाजार में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने का अभियान अभी तक शुरू नहीं हो सका है। पुलिस के आग्रह पर व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने इसकी सहमति तो दे दी लेकिन अब सदस्य सहमत नहीं हैं। बाजार में आपराधिक वारदातों को रोकने के लिए प्रवेश एवं निकासी प्वांइट पर कैमरे लगाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
पिछले दिनों में कई ऐसे अवसर आए जब सीसीटीवी फुटैज की मदद से चोरी और लूटपाट के आरोपियों को पुलिस ने कुछ ही समय में पकड़ लिया, जबकिकुछ मामलों में सीसीटीवी नहीं होने के कारण अपराधियों की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने कपड़ा, बर्तन एवं सर्राफा व्यापारियों के साथ बैठक कर प्रमुख निकासी मार्गो पर व्यापारिक संगठनों के माध्यम से सीसीटीवी कैमरे लगाने पर जोर दिया था। संघ के पदाधिकारियों ने भी इस पर सहमति व्यक्त की पर संगठनों की बैठक में आम सहमति नहीं बन सकी। कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष कन्हैयालाल इसरानी एवं महासचिव दिनेश वाधवानी का कहना है किअधिकांश व्यापारियों ने अपनी दुकानों के अंदर तो कैमरे लगा दिए हैं लेकिन बाहरी क्षेत्र में कैमरे लगाने के लिए सहमति नहीं मिल पा रही है।
थोक दुकानों में लग गए कैमरे
थोक कपड़ा दुकानों में से अधिकांश ने कैमरे लगाए है लेकिन फुटकर बाजार में अब भी कैमरे नहीं लगे हैं। कपड़ा संघ ने व्यापारियों से अपील की गई है किसुरक्षा की दृष्टि से दुकान के अंदर एवं बाहर कैमरे जरूर लगवाएं ताकिकोई घटना होने पर फुटैज काम आ सकें। वर्तमान में बैरागढ़ मंे बाजार स्तर पर सराफा बाजार में ही जगह-जगह कैमरे लग हैं। सर्राफा व्यापारी संघ ने अपने स्तर ही कैमरे लगवाएं हैं। चंचल चौराहे एवं बस स्टेंड पर पुलिस प्रशासन ने कैमरे लगवाए हैं। इन कैमरों को कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। इनमें से कुछ कैमरे खराब हैं जिन्हें जल्द ही सुधारा जाएगा। हाल ही में दुकानों पर माल चोरी होने की घटनाएं हुई हैं। ऐसे में सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत महसूस की जा रही है।