भोपाल, (वेब वार्ता)। राजधानी में रविवार को आबकारी विभाग के अमले द्वारा जप्त की गई शराब को नष्ट किया गया। इस दौरान बीते दो वर्षों में पकड़ी गई 1.46 करोड़ रुपये की शराब पर बुलडोजर चलाया गया। ये स्टाक एक्सपायरी डेट पार कर चुका था। किसी को आपत्ति न हो इसके लिए अधिकारियों ने मौके पर मौजूद हर एक पेटी को खोलकर, वहां मौजूद लोगों को दिखाया और पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई।
सहायक आबकारी आयुक्त दीपम रायचुरा ने बताया कि एक सितंबर 2020 से लेकर 31 दिसंबर 2022 तक की अवधि में विभाग ने 1811 अवैध शराब के अलग-अलग मामले कायम किए थे। इसमें विदेशी शराब की 305 पेटियां, बीयर की 97 पेटियां, देसी मदिरा की 1278 पेटी, हाईरेंज की 85 पेटी और अवैध भट्टी शराब 85331 लीटर को रोड-रोलर चलाकर नष्ट कर दिया गया। आबकारी विभाग ने शराब नष्ट करने से पहले इन प्रकरणों में बरामद हुए वाहनों की नीलामी भी की थी। 24 अगस्त को कई गई नीलामी से महकमें को लगभग 41 लाख 50 हजार की रूपए की आय भी हुई थी।
अधिकारियों ने पेटी खोलकर दिखाई
कार्रवाई से पहले एडीएम हरेन्द्र नारायण मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर अजय शर्मा और मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों के सामने शराब की 85 पेटी के उस बैच को भी दिखाया गया, जिसके बारे में अफवाह चल रही थी कि उसे नष्ट करने से पहले शराब निकालकर कोल्ड-ड्रिंक या साफ्ट ड्रिंक भरी गई थी। सहायक आबकारी आयुक्त दीपम रायचुरा के अनुसार अवैध शराब के खिलाफ भविष्य मे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
आसपास फैली शराब की दुर्गंध, कार्रवाई देखने उमड़ी भीड़आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बियर और शराब की बोतलों की एक्सपायरी डेट छह महीने से ज्यादा पुरानी हो चुकी थी। छह महीने से ज्यादा स्टाक में रहने के बाद बियर खराब हो जाती है। स्टाक को नष्ट करने के लिए आबकारी आयुक्त से परमिशन ली गई थी। यह कार्रवाई गांधीनगर स्थित सरकारी शराब वेयरहाउस के बाहर हुई। इस दौरान शराब पर रोड रोलर चलता देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी पहुंचे।