भोपाल, (वेब वार्ता)। राजधानी में परिवहन के लिए भले मेट्रो का संचालन छह माह बाद शुरु हो, लेकिन तीन सितंबर को ट्रायल रन की जल्दबाजी में मेट्रो स्टेशन और उखड़ी सड़कों का रेस्टोरशन समेत अन्य कार्यों में बड़ी जल्दबाजी दिखाई गई। महज एक सप्ताह में सुभाष नगर स्थित डिपो परिसर को सुंदर बनाने के साथ यहां से आरकेएमपी तक दो दिन में चार किलोमीटर सड़क बना दी गई। लेकिन अब प्रबंधन सुस्त हो गया है। स्टेशन के सुंदरीकरण के लिए लगाए गए फूल-मालाओं को अब तक नहीं हटाया गया। जिससे यहां कचरे का ढेर लगा है, तो वहीं डिपो के आगे की सड़क अब भी नहीं बनी। ऐसे में यहां से निकलते समय राहगीरों और वाहन चालकों का सामना गड्ढों और धूल से होता है।

एक तरफ बनाई, दूसरी तरफ उखड़ी सड़क
सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो कारिडोर बनकर तैयार हो गया है। नियमानुसार मेट्रो लाइन के नीचे की उखड़ी सड़क का रेस्टोरेशन मेट्रो प्रबंधन को ही करना है। लेकिन ट्रायल रन की जल्दबाजी में एक तरफ की अधूरी सड़क मेट्रो ने बना दी। जबकि दूसरी ओर अभी रेस्टोरेशन नहीं होने से सड़क में दो से चार फीट लंबे गड्ढे हैं। वहीं डिपो के आगे 200 मीटर सड़क में गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। जिससे यहां से निकला लोगों के लिए और मुश्किल होता है।
उखड़ी सड़क पर नहीं हो रहा पानी का छिड़काव
रानी कमलापति स्टेशन से लेकर डीबी माल तक अभी मेट्रो का काम चल रहा है। इस बीच उखड़ी सड़क की वजह से इतनी धूल उड़ती है, कि सामने वाले वाहन को देख पाना मुश्किल हो जाता है। वहीं यहां से निकलने वाले श्वास और दमा के मरीजों की हालत खराब हो जाती है। लेकिन निर्माण एजेंसी द्वारा यहां पानी का छिड़काव भी नहीं किया जाता, ताकि यहां वायु प्रदूषण कम हो सके।