भोपाल
प्रदेश भर में सिंगल यूज प्लास्टिक (single use plastic) बनाने वाली कंपनियों में तालाबंदी हो गई है। लेकिन, इसके बाद भी प्रदेश भर में धड़ल्ले से पॉलीथिन चल रही है। इंदौर, भोपाल, जलबपुर, सहित प्रदेश के कई शहरों में निकाय इनकी जब्ती कर रहे हैं। मतलब साफ है कि पॉलीथिन की सप्लाई हो रही है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (Pollution Control Board) की मानें तो यह पॉलीथिन पड़ोसी राज्यों से आ रही होगी, क्योंकि यहां तो फैक्ट्री बंद हो गई हैं।
दिल्ली-कानपुर-आगरा से आ रहा single use plastic
प्रदूषण बोर्ड के एसई पटेल ने कहा कि हमारा काम फैक्ट्री बंद कराना था जो हो गई हैं। अब जो पॉलीथिन आ रही है हो सकता है कि दूसरे राज्यों से आ रही हो या पुराना स्टाक सप्लाई हो रहा हो। पन्नी जब्ती का अधिकार हमारे पास नहीं हैं। सरकार ने पॉलीथिन प्रतिबंध पर नजर रखने के लिए स्टेट को-आॅर्डिनेटर की नियुक्ति भी की है। को-आर्डिनेटर बबीता मरकाम ने कहा कि हम को-आर्डिनेट कर रहे हैं। दूसरे राज्यों से आने वाली पॉलीथिन कैसे रोकी जाये, इसके लिए सरकारी स्तर पर काम होगा।
plastic जब्ती में और सख्ती आएगी
इस संबंध में नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर नगर निगमों और अन्य निकायों द्वारा लगातार जब्ती की कार्रवाई की जाती है। इसमें और तेजी लाई जायेगी। नियम विरुद्ध काम करने की अनुमति किसी को नहीं दी जा सकती है।
plastic waste की आदमपुर छावनी में Recycling
नगर निगम के अपर आयुक्क्त एमपी सिंह (Municipal Corporation Additional Commissioner MP Singh) बताते हैं इस प्लास्टिक वेस्ट को नगर निगम के आदमपुर छावनी प्लांट में रिसाईकिलकिया जाता है। इसके बाद इसका उपयोग रोड, सीमेंट फैक्ट्री आदि में होता है। भोपाल से यह वेस्ट कटनी, सतना, पीथमपुर एवं प्रदेश के बाहर भी भेजा जाता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पॉलीथिन की जब्ती की कार्रवाई लगातार जारी है।
भोपाल में लगातार बढ़ रहा है प्लास्टिक वेस्ट…
2018-19 | 12442.44 |
2019-20 | 24420.24 |
2020-21 | 25288.04 |