चेन्नई, (वेब वार्ता)। एकदिवसीय विश्वकप शुरू होने में अब जबकि कुछ सप्ताह का समय बचा है तब भारत के शीर्ष बल्लेबाज विराट कोहली ने इस प्रारूप के प्रति अपने लगाव के बारे में बात करते हुए कहा कि इसने उन्हें हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया। भारत में पिछले 10 साल से आईसीसी का कोई खिताब नहीं जीता है, लेकिन पांच अक्टूबर से शुरू होने वाले विश्वकप में उसे खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए वनडे में सफल होने के लिए तकनीकी चुनौतियों और रणनीतिक फैसला लेने के कौशल पर बात की।
उन्होंने कहा, ‘मुझे वनडे क्रिकेट में खेलना पसंद है। मेरा मानना है कि वनडे क्रिकेट संभवतः एक ऐसा प्रारूप है, जिसमें आपके खेल की संपूर्ण परीक्षा होती है। इसमें आपकी तकनीक, धैर्य, परिस्थितियों के अनुसार खेलने और खेल के विभिन्न चरणों में अलग-अलग तरह से खेलने के कौशल की परीक्षा होती है। इसलिए मेरा मानना है कि यह एक बल्लेबाज के रूप में आपकी परीक्षा लेता है और मुझे यह भी लगता है कि वनडे क्रिकेट ने मुझे हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया क्योंकि मुझे चुनौतियां पसंद है और मैं अपनी टीम की जीत के लिए परिस्थितियों के अनुसार खेलता हूं।’
कोहली का 50 ओवरों के प्रारूप में रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने इस प्रारूप में अभी तक 46 शतक लगाए हैं। इनमें से 26 शतक उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए लगाए हैं जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा ऐसा करने का प्रयास करता हूं और जैसे मैंने कहा यह प्रारूप मुझे अपनी बल्लेबाजी के सभी पहलुओं को परखने का लगातार मौका देता है और यही वजह है कि मैं वनडे क्रिकेट खेलने का पूरा लुत्फ लेता हूं।’