वेबवार्ता: सोनीपत (राजेश आहूजा) सोनीपत के एक स्कूल में आयोजित 15वीं जीएफआई नेशनल ग्रेपलिंग चैम्पियनशिप के उदघाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आए खेल और युवा मामले और मुद्रण और स्टेशनरी मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि सोनीपत हरियाणा प्रदेश का एक ऐसा जिला है जहां से खिलाडिय़ों का और खेल का पूरे हिंदुस्तान का बहुत डंका बजता है।
उन्होंने कहा कि बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम में सोनीपत के कई खिलाडिय़ों ने देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर हर घर तिरंगा अभियान चलाया गया जिसमें हम सब ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया, लेकिन सबसे बड़े गर्व की बात है उन खिलाडिय़ों को नमन करना चाहता हूं जिन्होंने बाहर देश में 61 मेडल जीतकर देश का तिरंगा फहराया।
खेल मंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि भारत ने उस देश में 61 मेडल जीते हैं जिस देश ने पूरी दुनिया के ऊपर हुकूमत की है, इनमें से एक देश भारत भी है जिस पर उन्होंने राज किया था। जब उनका राज था तब अपने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को कभी उन्होंने ऊपर नहीं आने दिया, लेकिन अब हमारे देश के खिलाडिय़ों ने उन्हीं के देश में अपना राष्ट्रीय ध्वज फहराया भी और अपना राष्ट्रगान भी बजाया।
उन्होंने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं खुद भी खिलाड़ी रहा हूं और मुझे पता है खिलाडिय़ों को भाषण हमेशा बोर करते हैं, इसलिए मैं भाषण ना देकर खिलाडिय़ों वाली बात ही कहूंगा। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी होते हैं उनकी रग रग में हमेशा स्पोट्र्समैनशिप चलती है। एक अच्छा खिलाड़ी अपने स्टेट से अच्छा परफॉर्म करता है, आगे बढ़ता है, कंट्री को रीप्रजेंट करता है देश का तिरंगा फहराता है। जब कोई खिलाड़ी खेल छोड़ता है तो वह किसी दूसरे के द्वारा अपने खेल को आगे बढ़ाने की बात करता है, इसी कड़ी में हरियाणा प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेक स्कीम निकाली गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उन खिलाडिय़ों को नौकरी दी गई है जो मेडल जीत के आते हैं। लेकिन सरकार द्वारा उन्हें कभी भी तंग नहीं किया जाता कि वह अपनी नौकरी करें। हम खिलाडिय़ों को उन्हीं की खेल की नौकरी दे रहे हैं ताकि वह अपने जैसे सैकड़ों खिलाडिय़ों को सिखा सके जो देश के आगे बढक़र मेडल ला सके। यदि कोई भी खिलाड़ी जिला स्तर पर, स्टेट लेवल पर, नेशनल स्तर पर, इंटरनेशनल में कोई भी मेडल जीतता है उसी प्रकार प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही पॉलिसी के तहत कैश अवार्ड भी दिया जाता है और मेडल जीतने पर खिलाड़ी को प्रदेश में ही पॉलिसी के हिसाब से ए ग्रेड, बी ग्रेड, तथा सी ग्रेड की नौकरी दी जाती है। सरकार द्वारा यह अहम नीति चलाई गई है यदि आप पदक लाओगे तो प्रदेश में पदक पाओगे।
डीआईजी एवं ग्रेपलिंग पे्रजिडेंट ओपी नरवाल ने खिलाडियों को आह्वन करते हुए कहा कि ऋषिकुल विद्यापीठ स्कूल में आयोजित 15वीं जीएफआई नेशनल ग्रेपलिंग चैम्पियनशिप में सभी खिलाड़ी पूरे दम खम के साथ खेले। उन्होंने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना बहुत जरूरी है और खेल में हार व जीत तो होती रहती है।
उन्होंने कहा कि सोनीपत में आयोजित 15वीं जीएफआई नेशनल ग्रेपलिंग चैम्पियनशिप में हरियाणा समेत यूपी, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, त्रिपुरा, गुजरात, तमिलनाडु, केरला, एमपी, जम्मू कश्मीर, आसाम, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, बिहार, राजस्थान, पंजाब से खिलाडियों ने भाग लिया है यह बडे गर्व की बात है। यहां से जो भी खिलाड़ी जीत कर जाएगा वो अपने स्टेट के नाम साथ अपने परिवार का भी नाम रोशन करेगा। इस दौरान वाईस प्रेजिडेंट ग्रेपलिंग फेडरेशन बलजीत संधू, लोक सभा एडिटर मनोज वर्मा, बीजेपी जिला अध्यक्ष तीर्थ राणा, डीएसओ शर्मिला राठी, देव शर्मा, कृष्ण शर्मा, बिजेन्द्र झारखंड, जगदीश बीका, सुखेंद्र सिंह, रविकांत मिश्रा, रेणुका, इरफान, विनय, अभी, नूर आलम, रिजवान, मनप्रीत आदि मौजूद थे।