नई दिल्ली, 18 नवंबर (वेब वार्ता)। फिल्मों में खान में मजदूरों को काम करते हुए तो आपने देखा होगा। यह खान फिल्मों में जितनी खतरनाक दिखती है, उससे कई गुना ज्यादा डरावनी और खतरनाक होती है अंडरग्राउड माइन्स। ज़मीन से हज़ारों फीट अंदर पाई जाने वाली इन माइन्स तक और पहुंचना और इसे निकालना कितान कठिन होता है इसका जीता जागता उदाहरण है दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (आईआईटीएफ) में खान मंत्रालय का पवेलियन के वीआर ज़ोन में लगा सैमुलेटर। ये सैमुलेटर बच्चों के लिए हॉट सेंटर बना हुआ है। इस सैमुलेटर से धरती के हज़ारों फिट अंदर तक पहुंचने से लेकर खनिज निकालने तक का कठिन और साहसिक अनुभव होता है।
इस सैमुलेटर के माध्यम से खनिज निकालने में कठिनाइयां जैसे सांस लेने में परेशानी, धरती का कंपन्न, टकारने का डर, माइंस धंसने का खतरा और विस्फोट का रिस्क जैसे कटु अनुभव लिया जा सकता है। बच्चों से लेकर बड़े लोगों के बीच इस सैमुलेटर को लेकर काफी क्रेज़ दिख रहा है। इसके अलावा देश में पाई जाने वाली विभिन्न खान और खनिज को विस्तार से समझने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार की खान का सेंपल रखा गया है। देश में खनन और खनिज क्षेत्र के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता सृजित करने के लिए खान मंत्रालय ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में “कनेक्टिंग बियॉन्ड माइनिंग” थीम के साथ भाग ले रहा है। 4 से 27 नवंबर 2023 तक आयोजित इस अत्याधुनिक खनन मंडप में भिन्न-भिन्न प्रकार के खनिजों को देखने और इसके बारे में विस्तार से जानने और समझने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।