नई दिल्ली/बीकानेर, (वेब वार्ता)। पीएम मोदी ने राजस्थान के बीकानेर में स्थानीय देवी-देवताओं का जिक्र कर लोगों को इमोशनल कर दिया। पीएम मोदी देवी-देवताओं का जिक्र कर सोशल मीडिया में छा गए। इतना ही नहीं जंभेश्वर भगवान, वीर तेजाजी, रामदेवजी और पूनरासर बालाजी तक का जिक्र किया। बीकानेर के नौरंगदेसर में एक जनसभा में संबोधन की शुरूआत में पीएम मोदी ने कहा कि ‘सियाळो खाटू भलो, ऊनाळो अजमेर, नागौर नित रो भलो…और सावण बीकानेर’। उन्होंने कहा कि बीकानेर की धरा को छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है जो मां करणी की धरती है। बीकानेर छोटी काशी आमतौर पर बीकानेर के लोग अपने शहर को छोटी काशी कहते हैं तो मोदी ने भी इसे छोटी काशी कहकर पुकारा। यहां के अतीत को मोदी ने काशी की तरह ही गौरवशाली बताया।
‘सियाळो खाटू भलो, ऊनाळो अजमेर
सर्दी खाटू का अच्छा है। शेखावटी क्षेत्र में खाटू एरिया आता है। छोटा खाटू और बड़ा खाटू। वहां की सर्दी अच्छी होती है। उनाळो अजमेर यानी गर्मी अजमेर की अच्छी है, जहां तापमान बहुत ज्यादा नहीं बढ़ता। अरावली के मध्य में होने के कारण ये गर्मी में रहने लायक है। नागाणो नित रो भलो यानी नागौर हमेशा ही अच्छा है। हालांकि मोदी ने यहां “मारवाड़ नित रो भलो” कहा था। जहां सर्दी और गर्मी दोनों बहुत ज्यादा नहीं पड़ते। सावण बीकानेर..। यानी सावण का महीना सबसे शानदार बीकानेर का है। मोदी जब बीकानेर आए तो यहां हेलीकॉप्टर से उतरने के साथ ही बारिश शुरू हो गई। अभी सावण का महीना भी चल रहा है। ऐसे में मोदी ने कहा सावण तो बीकानेर का ही होता है।
‘सियाळो खाटू भलो, ऊनाळो अजमेर
सर्दी खाटू का अच्छा है। शेखावटी क्षेत्र में खाटू एरिया आता है। छोटा खाटू और बड़ा खाटू। वहां की सर्दी अच्छी होती है। उनाळो अजमेर यानी गर्मी अजमेर की अच्छी है, जहां तापमान बहुत ज्यादा नहीं बढ़ता। अरावली के मध्य में होने के कारण ये गर्मी में रहने लायक है। नागाणो नित रो भलो यानी नागौर हमेशा ही अच्छा है। हालांकि मोदी ने यहां “मारवाड़ नित रो भलो” कहा था। जहां सर्दी और गर्मी दोनों बहुत ज्यादा नहीं पड़ते। सावण बीकानेर..। यानी सावण का महीना सबसे शानदार बीकानेर का है। मोदी जब बीकानेर आए तो यहां हेलीकॉप्टर से उतरने के साथ ही बारिश शुरू हो गई। अभी सावण का महीना भी चल रहा है। ऐसे में मोदी ने कहा सावण तो बीकानेर का ही होता है।
6 जिलों की 30 सीटों पर फोकस
पीएम मोदी ने बीकानेर में जनसभा कर 6 जिलों की 30 सीटों को साधने की कोशिश की है। विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस ने बीजेपी के गढ़ में सेंध लगा दी थी। इस बार कांग्रेस को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। मोदी के निशाने पर स्थानीय कांग्रेस के नेता रहे। हालांकि, पीएम मोदी ने किसी का नाम नहीं लिया। पीएम मोदी ने रैली के जरिए सियासी समीकरण बनाने की कोशिश की है। लेकिन पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल के अलावा किसी नेता का जिक्र अपने भाषण में नहीं किया।