नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ₹ 2,000 के नोट वापस लेने की तारीख सात अक्टूबर तक बढ़ा दी है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि जनता इस तारीख तक बैंक नोट जमा कर सकती है या बदल सकती है। केंद्रीय बैंक RBI की तरफ से उन लोगों के लिए यह राहत की खबर है जिन्होंने अपने पास रखी 2,000 के नोटों को अभी तक नहीं बदला था।
2,000 रुपये के नोट बदलने के संबंध में सूचना देते हुए RBI ने बताया कि जनता ने 19 मई से 29 सितंबर तक कुल 3.42 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट वापस किए हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा कि अब तक बदले गए नोट इस मूल्य वर्ग में कुल प्रचलित मुद्रा का 96 प्रतिशत है।
अब 7 अक्टूबर के बाद भी Note Exchange कर सकेंगे
केंद्रीय बैंक ने आज कहा कि 2,000 रुपये के नोट सात अक्टूबर के बाद भी वैध मुद्रा बने रहेंगे, लेकिन इन्हें केवल RBI कार्यालयों में ही बदला जा सकेगा।
बता दें कि अभी तक की नोटिफिकेशन के मुताबिक, आप 7 अक्टूबर के बाद बैंकों या अन्य जगहों पर 2,000 रुपये की नोट नहीं बदल सकेंगे। ऐसे में जरूरी है कि आप बैंक या ATM में जाकर अपनी नोटों को बदल लें। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो ये कागजी नोटें आपके लिए मजह कागज की टुकड़ा या पुरानी यादें बनकर रह जाएंगी।
30 सितंबर थी लास्ट डेट
बता दें कि आज यानी 30 सितंबर 2023 तक ही दो हजार रुपये के नोट बदलने की आखिरी तारीख थी। इस बीच कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। कुछ लोगों को उम्मीद थी कि काफी संख्या में नोट जमा हो चुके हैं, ऐसे में RBI नोट बदलने की तारीख नहीं बढ़ाएगा और 2,000 रुपये की नोट की वैधता समाप्त हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब आपके पास 7 दिन का वक्त और है। इस दौरान आप किसी भी बैंक या ATM में जाकर नोट जमा कर सकते हैं।
नोटबंदी के बाद शुरू हुआ था 2,000 रुपये के नोटों का चलन
बता दें कि 8 नवंबर, 2016 को पुराने 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट को बंद करने की घोषणा की गई जिसके बाद 2,000 रुपये के नोट को मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था में मुद्रा आवश्यकता को तेजी से पूरा करने के तौर पर पेश किया गया और 350 करोड़ से ज्यादा नोटों की सप्लाई तेजी से की गई।
इस दौरान RBI ने बैंकों से 2,000 रुपये के नोट जारी नहीं करने के लिए कहा है। RBI ने कहा था कि 2018-19 से ही 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद की जा चुकी है। इसके बाद से 2,000 रुपये के नोटों का चलन लगातार घट रहा है। 31 मार्च, 2018 को 2,000 रुपये के कुल 6.73 लाख करोड़ रुपये के नोट (चलन में कुल नोट का 37.3 फीसदी) चलन में थे, जो 31 मार्च, 2023 को घटकर 3.62 लाख करोड़ रुपये या 10.8 फीसदी रह गए।