नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार पर विदेश नीति, ऑपरेशन सिंदूर और चुनाव प्रक्रिया को लेकर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार देश की रक्षा, विदेश नीति और लोकतंत्र के बुनियादी ढांचे से जुड़े सवालों पर जवाब देने से बच रही है। बातचीत के दौरान राहुल गांधी अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे, मतदाता सूची और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल उठाए।
उन्होंने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा कि ट्रंप खुद 25 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत में संघर्ष विराम करवाया है, लेकिन भारत सरकार या प्रधानमंत्री ने इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, अगर ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है, तो फिर सरकार कैसे कह सकती है कि विजय प्राप्त हो गई है? या तो युद्ध जारी है या खत्म हुआ है, दोनों बातें एक साथ नहीं हो सकतीं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि युद्ध के दौरान किसी भी देश ने भारत का समर्थन नहीं किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार की विदेश नीति पूरी तरह विफल रही है।
बिहार में चल रही मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल बिहार की बात नहीं है, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी इसी तरह की गड़बड़ियां सामने आईं थीं। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए, लेकिन जब कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से रिकॉर्ड और वीडियोग्राफी की मांग की, तो उसे नजरअंदाज कर दिया गया। राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने गहराई से जांच कर चुनावी चोरी को उजागर किया है और वे इसे ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ में दिखाने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने कुछ लोकसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची का डिजिटल विश्लेषण कर यह समझ लिया है कि नए वोटर कैसे जोड़े जाते हैं और फर्जीवाड़ा कैसे होता है।