वेबवार्ता: भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Bangladesh PM Sheikh Hasina) की रिस्पेशन सेरेमनी राष्ट्रपति भवन में जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उन्हें मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में रिसीव किया। शेख हसीना 8 सितंबर तक भारत दौरे पर रहेंगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच 7 समझौते हो सकते हैं।
राष्ट्रपति भवन में बांग्लादेश की PM शेख हसीना (Bangladesh PM Sheikh Hasina) ने कहा, ‘जब लिबरेशन वॉर हुआ, हमारे देश ने जब स्वाधीनता पाई तब भारत और यहां के लोगों ने हमारा साथ दिया, सपोर्ट किया। उस कंट्रीब्यूशन के लिए मैं हमेशा भारत की आभारी रहूंगी।’
भारत हमारा दोस्त- शेख हसीना
राष्ट्रपति भवन में शेख हसीना ने कहा- भारत हमारा मित्र है। भारत आना हमेशा ही मेरे लिए सुखद रहता है, क्योंकि हमें हमेशा याद दिलाता है कि इस देश ने बांग्लादेश की आजादी के वक्त क्या योगदान दिया था। हमारे संबंध दोस्ताना हैं और हम हमेशा एक-दूसरे का सहयोग करते हैं।
शेख हसीना ने कहा- हमारा मुख्य फोकस हमारे लोगों के बीच सहयोग बढ़ाना, गरीबी को खत्म करना और इकोनॉमी को दुरुस्त करना है। इन मुद्दों के साथ मिलकर हम दोनों देश साथ काम करेंगे। इससे भारत-बांग्लादेश ही नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लोगों को बेहतर जीवन मिल सके। यही हमारा लक्ष्य है।
अजमेर शरीफ दरगाह भी जाएंगी शेख हसीना
राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान भारत-बांग्लादेश के बीच रक्षा, व्यापार, रेलवे, वाटर मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी से जुड़े 7 समझौते हो सकते हैं। इनमें महत्वपूर्ण कुशियारा नदी जल समझौता भी शामिल है। 8 सितंबर को शेख हसीना अजमेर शरीफ की दरगाह पर माथा टेकने जाएंगी।
भारत आने से पहले रोहिंग्या को बताया था बोझ
भारत दौरे से पहले एक इंटरव्यू में शेख हसीना ने रोहिंग्या मुसलमानों को एक चुनौती बताया। उन्होंने कहा था- ये देश के लिए बहुत बड़ा बोझ हैं और उन्हें लगता है कि इस मुद्दे का समाधान निकलने में भारत एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे बांग्लादेशी छात्रों का रेस्क्यू करने के लिए भारत के PM नरेंद्र मोदी की तारीफ की।
बांग्लादेश का ‘टेस्टेड फ्रेंड’ है भारत
शेख हसीना ने सोमवार को कहा था कि भारत बांग्लादेश का ‘टेस्टेड फ्रेंड’ यानी परखा हुआ दोस्त है। उन्होंने कहा- भारत ने वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत बांग्लादेश को वैक्सीन की कई खेप भेजीं। ये भी सराहनीय है। उन्होंने पड़ोसी देशों के बीच मजबूत सहयोग कायम रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।