वाशिंगटन/नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा छाई रही. पाकिस्तान के प्रमुख मीडिया संस्थानों ने भारत और अमेरिका की उस संयुक्त मांग पर ध्यान केंद्रित किया जिसमें पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल सीमा पार आतंकवादी हमले के लिए नहीं किया जाये. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान से 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमले और पठानकोट हमले के अपराधियों को दंडित करने का भी आह्वान किया है.
‘डॉन’ अखबार की वाशिंगटन से जारी एक खबर में कहा गया है कि संयुक्त बयान में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया गया है. संयुक्त बयान में गुरुवार को कहा गया, ‘‘अमेरिका और भारत वैश्विक आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़े हैं और आतंकवाद के सभी रूपों की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं.’’
सीमापार से बंद हो आतंकवाद
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों के लिए नहीं किया जाये. ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की मांग की कि पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल ‘‘आतंकवादी हमले करने’’ के लिए नहीं किया जाये.’’
आतंकवादी संगठनों के खिलाफ हो ठोस कार्रवाई
इसमें कहा गया है कि बाइडेन और मोदी ने अलकायदा और हिजबुल-मुजाहिदीन सहित सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान भी किया. समाचार पत्र ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की खबर के अनुसार मोदी के अमेरिका के राजकीय दौरे पर जारी एक संयुक्त बयान में दोनों नेताओं ने कथित तौर पर पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया गया है. मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर 21-24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर हैं.