संयुक्त राष्ट्र, (वेब वार्ता)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान को आईना दिखाया है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कश्मीर को लेकर जो झूठी बयानबाजी की की उसका भारत ने राइट टू रिप्लाई के तहत ने जवाब देते हुए पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई. भारत ने न सिर्फ पाकिस्तान को, बल्कि पूरी दुनिया को एक बार फिर से बताया है कि पाकिस्तान आतंकपरस्त देश है.भारत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है और उसने मुंबई हमले के आतंकियों पर अभी तक कार्रवाई नहीं की.
‘आदतन अपराधी बना पाकिस्तान’
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन की 1st सेक्रेटरी और युवा राजनयिक पेटल गहलोत ने कहा, ‘जब भारत के खिलाफ आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने के लिए इस अगस्त मंच का दुरुपयोग करने की बात आती है तो पाकिस्तान एक आदतन अपराधी बन जाता है. संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश और अन्य बहुपक्षीय संगठन अच्छे से जानते हैं कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान मानवाधिकारों पर अपने ख़राब रिकॉर्ड से हटाने के लिए ऐसा करता है. हम फिर दोहरा देते हैं कि जम्मू -कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न अंग हैं.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों से संबंधित मामले पूरी तरह से भारत के आंतरिक मामले हैं. पाकिस्तान को हमारे घरेलू मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है.’ जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे में जो भारतीय क्षेत्र हैं उन्हें खाली करना चाहिए और सीमा पार आतंकवाद को रोकना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान से कहा कि वह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों का उल्लंघन भी रोके।
पेटल गहलोत ने कहा, “दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को तीन कदम उठाने की जरूरत है। पहला, सीमा पार आतंकवाद को रोकना और अपने आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को तुरंत खत्म करना चाहिए। दूसरा, अपने अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को खाली करना। तीसरा, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ गंभीर और लगातार हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोके।”
कश्मीर पर बोलने का पाकिस्तान को हक नहीं
भारतीय राजनयिक ने दोहराया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ लद्दाख भी भारत के अभिन्न अंग हैं। साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान को भारत के घरेलू मामलों के बारे में बयान देने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को हमारे घरेलू मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देश को अपना घर ठीक करना चाहिए। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक और महिलाओं के अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है।”
ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान अलापता है कश्मीर राग
गहलोत ने कहा, “जब भारत के खिलाफ आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने के लिए इस प्रतिष्ठित मंच का दुरुपयोग करने की बात आती है तो पाकिस्तान एक आदतन अपराधी बन गया है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश और अन्य बहुपक्षीय संगठन अच्छी तरह से जानते हैं कि पाकिस्तान ध्यान भटकाने के लिए ऐसा करता है।”
पाकिस्तान आतंकवादियों का घर
पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संस्थाओं का घर बताते हुए भारत ने पाकिस्तान से 2011 के मुंबई आतंकवादी हमले के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी नसीहत दी। गहलोत ने कहा, “पाकिस्तान दुनिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संस्थाओं और आतंकियों का सबसे बड़ा घर और संरक्षक है। तकनीकी कुतर्क में उलझने के बजाय, हम पाकिस्तान से मुंबई आतंकवादी हमलों के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान करते हैं।
15 साल बाद भी मुंबई हमले के पीड़ित न्याय का इंतजार कर रहे हैं।” पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम ने कहा था, “पाकिस्तान भारत सहित हमारे सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण और उत्पादक संबंध चाहता है। कश्मीर पाकिस्तान और भारत के बीच शांति की कुंजी है।” भारत ने सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन पर बार-बार चिंता जताई है। भारत ने कहा है कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। भारत ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान के समर्थन के सबूत भी दिए हैं। हालांकि, पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर पर अवैध कब्जे का राग अलापा।