दिल्ली में कांग्रेस पार्टी को एक और झटका लगा जब तीन बुधवार को तीन बार के पार्टी के विधायक तरविंदर सिंह मारवाह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। मारवाह ने बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और मनजिंदर सिंह सिरसा सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
तरविंदर सिंह सिरसा 1998, 2003 और 2008 में विधायक रह चुके हैं। वह पूर्व सीएम शीला दीक्षित की सरकार के समय संसदीय सचिव के पद पर भी रह चुके हैं। तावड़े ने तरविंदर सिंह मारवाह का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि उनकी क्षमता के अनुसार पार्टी उन्हें उचित दायित्व देगी। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में मारवाह ने कहा कि वह बिना किसी पद की लालसा के आखिरी सांस तक पार्टी की सेवा करते रहेंगे। वहीं, उन्होंने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं पर भी निशाना साधा।
तरविंदर सिंह मारवाह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में नेताओं की कद्र नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए कुर्बानियां देने वालों को नजरअंदाज किया जाता है और इसी से आहत होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी से पिछले डेढ़ साल से मिलने के लिए वक्त मांग कर रहे हैं लेकिन आज तक इसके लिए वक्त नहीं मिला।
कांग्रेस आलाकमान पर जमकर बरसे पूर्व विधायक मारवाह: अपनी नाराजगी जताते हुए मारवाह ने कहा कि जो परिचालक बनने लायक नहीं, उन्हें प्रवक्ता बनाया जा रहा है। चुनाव हारने वालों को राज्यसभा भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे महासचिव हैं, जिनको कोई जानता ही नहीं। यही नहीं, मारवाह ने जी-23 के नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वे भी भाजपा में शामिल हो जाए, सम्मान मिलेगा। बता दें कि जी-23 कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं का एक समूह है। इस समूह के नेता अक्सर पार्टी लाइन से अलग बयान देते रहे हैं, जिसको लेकर सियासत गरमाती रही है।