नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। डाक सेवाओं के डिजिटलीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए, भारत सरकार के डाक विभाग ने आज से देशभर के डाकघरों में आईटी 2.0 एप्लिकेशन की शुरुआत कर दी है। इस परिवर्तन का उद्देश्य डाक सेवाओं को तेज, पारदर्शी और डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है।
हालांकि, सॉफ्टवेयर अपग्रेड के कारण सोमवार को कई डाकघरों, विशेषकर दिल्ली में, लोगों को अस्थायी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिल्ली डाक परिमंडल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने इस असुविधा के लिए ग्राहकों से खेद व्यक्त किया है और सहयोग की अपील की है।
क्या है IT 2.0 एप्लिकेशन?
353 डाकघरों और 61 शाखा डाकघरों में यह नया सिस्टम लागू किया गया।
यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान की सुविधा — ग्राहक अब क्यूआर कोड स्कैन कर भुगतान कर सकेंगे।
बुकिंग से डिलीवरी तक ट्रैकिंग, अब रियल-टाइम SMS अलर्ट्स द्वारा।
जीपीएस आधारित डिलीवरी, जिससे कंसाइनमेंट की सटीक निगरानी।
ओटीपी आधारित डिलीवरी प्रणाली — सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए।
खुदरा और थोक दोनों ग्राहकों के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI)।
डाक विभाग का कहना है कि यह तकनीकी बदलाव ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने, सेवाओं की रफ्तार बढ़ाने और पारदर्शिता लाने की दिशा में एक सुधारात्मक कदम है।
विभाग का आग्रह
डाक विभाग ने नागरिकों से इस अस्थायी व्यवधान के दौरान धैर्य और सहयोग की अपील की है और कहा है कि ग्राहक डाकघर आने से पहले योजना बनाएं ताकि उन्हें असुविधा न हो।