-अकबर खान-
भोपाल। सिन्धी प्रतिभाओं और सिन्धी संस्कृति पर आधारित पुस्तक ‘सिन्ध डाक जो सिलसिलो’ का विमोचन गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने किया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश केसवानी भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
सिन्धी साहित्यकार अशोक छाबड़िया ने इस पुस्तक को लिखने में 4 दशक की लंबी मेहनत की है। उन्होंने बताया कि बहुत धैर्य और शांति के साथ वे इस पुस्तक को लिखने के लिए कार्य करते रहे। आखिरकार 2022 में यह किताब प्रकाशित होकर आप सबके सामने है। इस पुस्तक में छाबड़िया ने भगवान झूलेलाल साईं, सिंधी समाज के स्वतंत्रता सेनानियों, धर्मगुरुओं, राजनेताओं, सिंधी संस्कृति, त्योहार, सिंधु घाटी सभ्यता, मोहनजोदड़ो सभ्यता सहित सिंधी समाज की प्रमुख घटनाओं पर आधारित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय डाक टिकटाें की जानकारी और उससे जुड़े लोगों और घटनाओं की जानकारी दी है। पुस्तक सिंधी देवनागरी भाषा में लिखी गई है। छाबड़िया ने कहा कि उन्होंने लंबी मेहनत के बाद गागर में सागर भरने का प्रयास किया है।
सिंधी संत महात्माओं के बारे में भी जानकारी
पुस्तक में साधु वासवानी, हेमू कालानी, जयराम दास दौलत राम आचार्य कृपलानी, दादा लेखराज मल, सिंधु दर्शन, संत कंवरराम, संत शादाराम साहिब, द सिंध हॉर्स, कजूर पत्ता सिंध, दादी जानकी, भारतीय सिंधी फैशन और मानव सेवा के प्रतीक संत हिरदाराम जी पर विस्तार से जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान, फ्रांस, जापान, कोरिया, माली और ओमान में मोहन जोदड़ो पर जारी डाक टिकटों पर भी जानकारी इस पुस्तक में दी है।
इस पुस्तक से युवा पीढ़ी को काफी जानकारी मिलेगी। उल्लेखनीय की सिंधी संस्कृति, भाषा और कला प्राचीन है। समाज की युवा पीढ़ी इससे विमुख होती जा रही है युवा पीढ़ी को संस्कृति का ज्ञान देने के लिए कई संस्थाएं भी सक्रिय हैं खास तौर पर शहर की संस्थाएं समाज की युवा पीढ़ी को भाषा को बढ़ाने के लिए प्रेरित करती रही है। केसवानी का कहना है कि इस पुस्तक से सभी को प्रेरणा मिलेगी।