नागपुर, (वेब वार्ता)। महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैं। लोगों के घरों और दुकानों में बारिश का पानी घुस गया है, जिससे भारी नुकसान हुआ है। इस बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को बाढ़ से प्रभावित परिवारों व क्षतिग्रस्त हुई सड़क किनारे की छोटी दुकानों के मालिकों को 10 हजार रुपये, जबकि बड़े प्रतिष्ठानों को पांच लाख रुपये तक का मुआवजा देने का ऐलान किया।
IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। साथ ही देर शाम बाढ़ की स्थिति पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। संवाददाताओं को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि बाढ़ का पानी 10 हजार से ज्यादा घरों में घुस गया है। उन्होंने बताया कि सभी आपात एवं बचाव दलों के साथ-साथ जिला प्रशासन को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शहर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
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शहर के तालाब ओवरफ्लो, नदी उफान पर
गौरतलब है कि नागपुर में शुक्रवार-शनिवार की रात को दो बजे से तड़के पांच बजे के बीच भारी गरज और चमक के साथ मूसलाधार बारिश हुई। शहर में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शहर के अंबाझरी व गोरेवाड़ा तालाब ओवरफ्लो होने के चलते नाग व पीली नदी में उफान आ गया। बारी बारिश के वजह से नाले भी सैलाब बनकर अपने आसपास की कालोनियों, बस्तियों, बाजार परिसर, स्कूल, छात्रावास में 4-5 फीट तक पानी भर गया था। लोगों का कहना है उन्होंने ऐसी बारिश खतरनाक बारिश शहर में कभी नहीं देखी।
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दो लोगों की गई जान, 14 मवेशियों की मौत
बाढ़ का पानी घर में घुसने के चलते 70 वर्षीय मीराबाई पिल्ले (महेशनगर) और 80 वर्षीय संध्या शामराव ढोरे (सुरेन्द्रगड़ नगर) की मृत्यु हो गई। सूचना मिलते ही बचाव दल ने उनके शव निकाले गए। वहीं, जलभराव के कारण 14 मवेशियों की मौत हो गई। वहीं, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ सेना के जवान भी राहत कार्य में जुट गए। अंबाझरी, सीताबर्डी, मोरभवन बस स्टैंड और वैरायटी चौक सहित विभिन्न इलाकों से नागरिकों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
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400 लोगों को बचाया गया
जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर ने इस बारें में जानकारी देते हुए कहा कि अब तक NDRF और SDRF की टीमों ने निचले इलाकों से करीब 400 से अधिक नागरिकों को सुरिक्षत निकाला जा चुका है। आज भी बारिश का भारी अलर्ट है। इसलिए मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे सतर्क रहें और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर चले जाना चाहिए।