वेबवार्ता: कांग्रेस (Congress) पार्टी से इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने पहली बार मीडिया के सामने अपना बयान दिया। इस दौरान आजाद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने (Ghulam Nabi Azad) कहा कि जी23 नेताओं द्वारा चिट्ठी लिखे जाने के बाद से कांग्रेस (Congress) पार्टी का मेरे साथ विवाद था। पार्टी कभी नहीं चाहती थी कि उनसे किसी तरह का कोई सवाल किया जाए या पार्टी नेतृत्व को सुझाव दिया जाए। गुलाम नबी ने आगे कहा कि मोदी तो बहाना है। कांग्रेस की कई बैठकें हुईं थीं, लेकिन एक भी सुझाव नहीं लिया गया।
नबी (Ghulam Nabi Azad) ने पार्टी पर जुबानी वार करते हुए कहा कि कांग्रेस में केवल चापलूसी करने वाले लोग आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी को लेकर कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी को क्रूर समझता था, लेकिन उन्होंने इंसानियत दिखाई।’ गुलाम आजाद पर पार्टी छोड़ने के बाद आरोप लगाए थे कि उनका रिमोट कंट्रोल बीजेपी के हाथ में है। आजाद ने इसपर भी बयान दिया है।
उन्होंने कहा, ‘घर वालों (कांग्रेस) ने घर छोड़ने पर मजबूर किया। जहां घर वालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए, तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है। जो शख्स अपनी स्पीच खत्म करने के बाद भरी सदन में उनसे (PM से) गले मिले, तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं?’
जयराम रमेश पर निकाली भड़ास
पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम ने जयराम रमेश पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘पहले वे (जयराम रमेश) अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं। वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है। बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।’
दरअसल, पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को आजाद पर निशाना साधते हुए कहा था कि गुलाम नबी आजाद का डीएनए ‘मोदी-मय’ हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आजाद ने पार्टी को धोखा दिया है। उनका रिमोट कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है। जयराम ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री नबी ने ऐसे समय पर कांग्रेस को छोड़ने का फैसला किया, जब पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ रही थी।