नई दिल्ली, 13 सितंबर (वेब वार्ता)। ड्रामाटर्जी आर्ट्स एंड कल्चर सोसाइटी द्वारा अक्षरा थिएटर दिल्ली में नाटक “सम्बोधन” का सफल मंचन किया गया। नाटक सुनील राज द्वारा लिखा गया है एवं नाटक का निर्देशन सुनील चौहान द्वारा किया गया, नाटक आज समाज में मौजूद रिश्तों में आती जटिलता को दर्शाता है, नाटक की शुरुआत पिता और बेटी के संवाद से होती है वो बेटी जो, पैदा होने के बाद माँ से अलग हुए अपने पिता से पहली बार मिल रही है। दोनों में बात के बाद धीरे धीरे नाटक के सारे पत्ते खुलते हैं और पता चलता है की रिश्तो में एक दूसरे को समझना कितना जरूरी है। नाटक में सुनील राज ने बड़ी ही खूबसूरती से दिखाया है की अपने सपनो के लिए हम कैसे अपनों से दूर हो जाते हैं। नाटक को दर्शको ने बहुत सराहा और खूब तालियों से कलाकारों का होंसला बढ़ाया, नाटक में मुख्य भूमिका में निशांत सिंह एवं अंकिता पाटनायर थे, वहीं संगीत अभीउदय मिश्रा ने किया एवं प्रकाश व्यवस्था सुनील चौहान ने की। नाटक सम्बोधन के साथ ही ड्रामाटर्जी आर्ट्स एंड कल्चर सोसाइटी ने मात्र 5 साल में अपने 70 अलग अलग नाटकों के 250 से ज़्यादा मंचन पुरे किये हैं।