वेब वार्ता, भोपाल. कोरोना संक्रमण (Corona) की दहशत एक बार फिर से दिखने लगी है। कोरोना को लेकर आशंकाओं के बीच IMA के अध्यक्ष एसएनपी सिंह (IMA President SNP Singh) ने कहा कि चीन, अमेरिका जैसे देशों के हालातों को देखते हुए कोई भी लापरवाही बरतना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अब हमें मास्क लगाना शुरू कर देना चाहिए।
भारत में भी चीन के बढ़ते कोरोना केसों के चलते डर देखा जा रहा है। सरकार बैठकें कर रही है और लगातार हालात की निगरानी की जा रही है। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने भी नागरिकों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की। इसके अलावा बेवजह यात्राओं को भी उन्होंने टालने की अपील की है। डॉक्टर सिंह ने कहा कि यह ऐसा मौका है, जब महज घूमने के लिए विदेश यात्राएं नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, गैर-जरूरी ट्रैवल न करने और समारोह टालने की सलाह दी है। भारत में भी डर की स्थिति है और चौथी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। यहां तक कि सरकार ने कांग्रेस पार्टी को भी हिदायत दी है कि वह अपनी भारत जोड़ो यात्रा को रोक दे। यही नहीं खुद भाजपा की ओर से राजस्थान में अपनी जनाक्रोश यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ नियमों के पालन की नसीहत सरकार की ओर से दी जा सकती है।
पीएम मोदी ने बुलाई मीटिंग – Corona News Today
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना से निपटने को लेकर एक मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स से आने वाले यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग, मास्क की अनिवार्यता जैसे फैसले लिए जा सकते हैं। इस बीच हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया ने संसद में बताया है कि भारत में हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि चीन के हालात से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें बड़ी संख्या में जुटने वाले समारोहों को भी टाल देना चाहिए।
तीन दिन में हुआ वैक्सीनेशन कराने वालों में इजाफा – Coronavirus in India Vaccination
आलम यह है कि पिछले तीन दिनों के भीतर वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। जहां कुछ दिनों पहले इक्का-दुक्का लोग बूस्टर डोज लगवाने पहुंच रहे थे, अब उनकी संख्या रोजाना 30 से 40 तक पहुंच गई है। एम्स अस्पताल में पिछले पंद्रह दिनों से वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या शून्य आ रही थी, वहां आज आधा दर्जन लोग वैक्सीन लगवाने पहुंचे।
जिला टीकाकरण प्रभारी डॉ. कमलेश अहिरवार ने बताया कि इस समय स्टॉक में कोवेक्सीन बची है, कोवीशील्ड का स्टॉक पहले ही खत्म हो चुका है। पिछले दो तीन दिन में वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या बढ़ी है। दरअसल कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन ही एक मात्र उपाय है। इसलिए जो लोग वैक्सीन लगवाने में रुचि नहीं दिखा रहे थे, अब वह वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं।
बुजुर्ग और बच्चें रहे सतर्क – Corona Latest News
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. लोकेंद्र दवे ने बताया कि कोविड के नए वैरिएंट के संक्रमण से बचने के लिए बुजुर्ग और बच्चे (12 साल से कम उम्र के) सतर्क रहना पड़ेगा। दोनों श्रेणी के लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। उन्होंने बताया कि बच्चों को अब तक कोरोना की कोई भी वैक्सीन नहीं लगी है। न ही इस उम्र में समूह के बच्चों का कोविड एक्सपोजर हुआ है। वहीं बुजुर्गों को कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज भी लग चुका है, लेकिन उनकी इम्यूनिटी युवाओं की तुलना में कमजोर है। इस कारण बच्चे और बुजुर्ग कोविड गाइडलाइन का पालन करें।
फीवर क्लीनिक पर ताला, जांच के लिए भटक रहे लोग
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर एक बार फिर से तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन कोरोना की जांच के लिए जेपी अस्पताल में बनाए गए फीवर क्लीनिक पर अभी भी ताला डला हुआ है। यह फीवर क्लीनिक खंडहर सा नजर आ रहा है। सुबह एक दो लोग कोरोना की जांच कराने यहां पहुंचे थे, लेकिन ताला लगे होने से वह वापस लौट गए।
जेपी अस्पताल में शुरू किया oxygen plant
जेपी, हमीदिया समेत अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट को हर 15 से 20 दिन में एक बार चलाया जाता है। इसके बाद इसकी रिपोर्ट विभाग को भेजी जाती है। सरकार द्वारा अलर्ट करने के बाद जेपी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को चलाया गया। प्रबंधन के अनुसार अस्पताल में लगभग 100 बेड हैं, इन्हें प्लांट से सीधा जोड़ा गया था। जरूरत पड़ने पर इसको बढ़ाया जा सकता है।
71 Corona सैंपल की जांच रिपोर्ट आई निगेटिव
भोपाल समेत प्रदेशभर में राहत की खबर है कि कोई मरीज पॉजीविट नहीं मिला। बता दें कि एक दिन पहले अलग-अलग लैब से कोरोना के 71 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह सैंपल सोमवार को जांच के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य संचालनालय की कोविड बुलेटिन रिपोर्ट के अनुसार सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों के साथ विभिन्न अस्पतालों में पहुंचे 71 मरीजों को डॉक्टर्स ने कोविड टेस्ट कराने की सलाह दी थी।