उत्तर प्रदेश (UP) के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आज (मंगलवार को) विपक्ष की पुरानी सरकारों पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए प्रोविंशियल आर्म्ड कांस्टेबुलरी (PAC) को खत्म करने की साजिश की गई थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ (Lucknow) में पुलिस लाइन (Police Line) में पीएसी में भर्ती आरक्षियों की दीक्षांत परेड (Convocation Parade) में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए ये दावा किया. योगी आदित्यनाथ ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि एक साजिश के तहत यूपी पीएसी बल को खत्म करने की कोशिश हो रही थी, इसके तहत 54 कंपनियां खत्म कर दी गई थीं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ये दावा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘आज जब मैं पीएसी के नवनियुक्त कॉन्स्टेबल की शानदार परेड को देख रहा था तो मुझे खुद अहसास हो रहा था कि वास्तव में यूपी की सुरक्षा में सेंध लगाने की कितनी बड़ी साजिश थी.’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि होनहार जवानों को प्रदेश पुलिस बल का भाग बनने से रोकने के लिए उन कंपनियों को खत्म करते हुए इन नौजवानों को उत्तर प्रदेश और भारत की सेवा से वंचित करने का एक प्रयास किया गया था.
5 साल पहले 54 कंपनियां हुई थीं बहाल
गौरतलब है कि साल 2018 में भी योगी आदित्यनाथ ने पीएसी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था, ‘जब हम यूपी में सत्ता में आए तब पीएसी की जो 54 कंपनियां खत्म कर दी गई थीं, उनको बहाल करने के साथ 3 महिला बटालियन गठित करने की शुरुआत की. सीएम योगी ने कहा कि मुझे आत्मिक संतुष्टि है कि हम लोगों ने पिछले 5 साल के दौरान बिना किसी भेदभाव के यूपी के एक लाख 62 हजार से ज्यादा नौजवानों को यूपी पुलिस बल और पीएसी में भर्ती की प्रक्रिया के साथ जोड़कर प्रशिक्षण केंद्रों की क्षमता का विस्तार करते हुए पुलिस बल के मॉर्डनाइजेशन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाए हैं.
एक लाख 62 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भर्ती
उन्होंने कहा, ‘हम सब जानते हैं कि 2017 में जब उत्तर प्रदेश के अंदर नई सरकार बनी, उस समय यूपी पुलिस बल और पीएसी में काफी भर्तियां लंबित थीं. पिछले पांच साल के दौरान एक लाख 62 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भर्ती और प्रशिक्षण के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया.’