भोपाल, 21 जुलाई 2022/ पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन श्री संतोष कुमार सिंह एवं पुलिस उप महानिरीक्षक उज्जैन रेंज उज्जैन श्री अनिल सिंह कुशवाह, पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के निर्देशन में सम्पत्ति संबंधित अपराधों की रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अति. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) उज्जैन श्री आकाश भूरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बड़नगर श्री रविन्द्र बोयट के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बड़नगर निरीक्षक मनीष मिश्र के नेतृत्व में बड़नगर पुलिस टीम ने गुजरात के अहमदाबाद से अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह मेवात गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही इनकी निशादेही से कुल 14 ट्रक कीमत दो करोड़ 80 लाख रूपये के जप्त किये हैं।
14 जून 2022 को फरियादी प्रवीण पिता ओमप्रकाश राठौर निवासी बदनावर ने थाना बडनगर पर अपना डम्फर चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट पर थाना बडनगर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उज्जैन ने थाना प्रभारी बड़नगर के नेतृत्व में टीम का गठन किया।
टीम को तकनीकी साक्ष्य एवं सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेज के आधार पर चोरी हुए डम्फर को ले जाते समय उसके साथ-साथ एक ब्रेजा कार के चलने की जानकारी प्राप्त हुई। विवेचना के दौरान ब्रेजा कार की जानकारी प्राप्त करने पर उक्त ब्रेजा कार किसी नूह मेवात (राजस्थान) के नाम पर पंजीकृत होना पाई गई। पुलिस टीम ने संदेही की अहमदाबाद में होने की जानकारी प्राप्त होने पर उक्त संदेही व्यक्ति को 19 जुलाई को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर उसने अहमदाबाद की अलग-अलग पार्किंग में कुल 14 ट्रक खड़े करना बताया। व्यक्ति की निशादेही से कुल 14 ट्रक जप्त किये गये। आरोपी के एक अन्य साथी को भी अलवर (राजस्थान) से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में पुलिस को ज्ञात हुआ कि गैंग दो हिस्सो में कार्य करता है। गैंग का एक हिस्सा ट्रक चोरी करता है तथा दूसरा हिस्सा चोरी के उन ट्रकों को अहमदाबाद, सूरत, नडियाड आदि क्षेत्र में बेच देता है। गिरफ्तार व्यक्ति चोर गैंग का सरगना है, जिसके पास सिल्वर रंग की ब्रेजा कार है। यह अपने दो-तीन साथियों के साथ अहमदाबाद से शाम के समय इंदौर तरफ रवाना होते थे। रात करीब 11:00 से 01:00 के बीच यह लोग किसी भी स्थान पर खड़े आयसर ट्रक को रैकी कर मौका पाकर मास्टर चाबी से चालू कर सीधे अहमदाबाद रिंग रोड की किसी भी पार्किंग में ले जाकर खड़ा कर देते थे। चोरी के वाहन ठिकाने लगाने वाले गैंग के सदस्य चोरी के ट्रक अपने कब्जे में लेकर उसका पूरा कायाकल्प रंगरोगन कर देते थे। फिर यह गैंग ऐसे ग्राहक तलाश करता था, जो वाहन की वास्तविक कीमत एक बार में चुका पाने में सक्षम होते। गैंग ऐसे ग्राहकों को वास्तविक कीमत की आधी पौनी राशि प्राप्त कर लेते और ट्रक ग्राहक को दे देते। पैसा पूरा चुकाने के बाद नाम ट्रांसफर कराने का तय किया जाता था। इस प्रकार यह गैंग चोरी के आयसर ट्रक 7 से 8 लाख रूपये में बिना दस्तावेजों के बेच देते थे। गुजरात में आयसर ट्रक की अधिक मांग होने से यह गैंग मुख्य रूप से आयसर ट्रक की चोरी करता था। इसके अतिरिक्त गैंग के मूल निवास मेवात क्षेत्र में अवैध खनन में डंफर की मांग होने से यह गैंग डंफर भी चोरी कर लेता था। चोरी के डंफर आसानी से बिना कागजात अवैध खनन के काम में नूंह मेवात में उपयोग किये जाने की जानकारी मिली है। ट्रक चोर गिरोह पहले पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एन.सी.आर क्षेत्र में ट्रक चोरी करता था। माह दिसंबर में इस गैंग का एक व्यक्ति चोरी के आयसर ट्रक सहित उ.प्र. के खुर्जा थाना क्षेत्र में पकड़ा गया था। इसके बाद गिरोह द्वारा राजस्थान, म.प्र. व गुजरात में ट्रक चोरी करने लगे।
पूछताछ में सरगना ने माह जनवरी से जून तक की अवधि में राजस्थान, म.प्र व गुजरात से अब तक करीब 20 ट्रक व दो डंफर चोरी करना एवं थाना बडनगर से भी डंफर चोरी करना स्वीकार किया है। डंफर व अन्य ट्रकों की बरामदगी तथा अहमदाबाद स्थित चोरी के वाहन ठिकाने लगाने वाली गैंग के सरगना की गिरफ्तारी के लिये न्यायालय से गिरफ्तार आरोपी का 07 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है।
आरोपी से अब तक कुल 12 आयसर ट्रक, एक टाटा ट्रक तथा एक स्वराज माजदा ट्रक जप्त किया गया है। जिनमें से एक आयसर ट्रक थाना बडनगर, एक आयसर ट्रक थाना महाकाल उज्जैन, दो आयसर ट्रक थाना आजाद नगर इंदौर, दो आयसर ट्रक थाना चंदन नगर इंदौर से चोरी किये गये हैं। जप्त अन्य ट्रकों के संबंध में भी म.प्र., गुजरात व राजस्थान के थानों से जानकारी प्राप्त की जा रही है।