नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि राज्य सरकार ने हर महीने 100 नए ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसका उद्देश्य राजधानी के निवासियों को उनके घर के नजदीक ही गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग की एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि यह पहल दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। इन केंद्रों के निर्माण के लिए न केवल पुराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) का उन्नयन किया जा रहा है, बल्कि बड़ी सरकारी ज़मीनों पर नई इमारतें भी बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, *”हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली का कोई भी नागरिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 2-3 किलोमीटर से अधिक दूर न जाए। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में आधुनिक सेटअप रखा जाएगा ताकि लोगों को सामान्य और मौसमी बीमारियों के लिए बड़े अस्पतालों का रुख न करना पड़े और उन पर बोझ कम हो।”*
12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं होंगी उपलब्ध
इन केंद्रों पर नागरिकों को 12 प्रकार की व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी, जिनमें शामिल हैं:
गर्भावस्था एवं प्रसव देखभाल
नवजात व शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
किशोर स्वास्थ्य
परिवार नियोजन
संक्रामक व असंक्रामक रोगों का प्रबंधन
नेत्र एवं ईएनटी देखभाल
मौखिक स्वास्थ्य
बुजुर्गों की देखभाल
आपातकालीन सेवाएं
मानसिक स्वास्थ्य परामर्श
जीवन के अंतिम चरण की देखभाल (पैलिएटिव केयर)
आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे केंद्र
प्रत्येक आयुष्मान आरोग्य मंदिर में निम्नलिखित सुविधाएं होंगी:
इन-हाउस लैब टेस्ट की सुविधा
डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब तकनीशियन की नियुक्ति
आवश्यक दवाओं का पर्याप्त भंडार
आधुनिक प्रयोगशालाएं और साफ-सुथरे शौचालय
बड़े केंद्रों पर आपातकालीन सेवाओं के लिए बेड और पार्किंग की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को केंद्र सरकार से प्राप्त 2400 करोड़ रुपये की धनराशि से वित्तपोषित किया जा रहा है। वर्तमान में, दिल्ली में पहले से ही 67 आयुष्मान आरोग्य मंदिर सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं।
इस पहल का उद्देश्य न केवल आम नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आसान बनाना है, बल्कि तीवरीय और चतुर्थक देखभाल वाले बड़े अस्पतालों का बोझ कम करना भी है, ताकि वे गंभीर और जटिल मामलों पर बेहतर ध्यान दे सकें।
दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ व सशक्त बनाने के लिए हर माह 100 आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोलने का लक्ष्य तय किया है।
जहाँ आवश्यकता होगी, निर्धारित क्षेत्रफल से अधिक स्थान पर भी ये केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि आपात स्थिति में इनका उपयोग तत्काल राहत देने के लिए… pic.twitter.com/G47tePJDDP
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) August 29, 2025