नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारत सरकार ने गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध (Rice Export Ban) लगा दिया है. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने एक नोटिफिकेशन के अनुसार, गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात को बैन किया गया है. भारत में पिछले कुछ महीनों में खाने-पीने की चीजों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. इसलिए देश में चावल की कीमतों को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने एक्सपोर्ट बैन किया है. भारत के इस फैसले से पाकिस्तान को जबर्दस्त फायदा होने की उम्मीद है.
राइस एक्सपर्ट एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान (आरईएपी) ने कहा कि भारत के गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से पाकिस्तान के चावल एक्सपर्ट में इजाफा होने की संभावना है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल एक्सपोर्ट करने वाला देश है. भारत से एक्सपोर्ट होने वाले चावल में गैर-बासमती चावल की हिस्सेदारी लगभग 25 फीसदी है. जब भारत चावल बाहर नहीे भेजेगा तो उसका फायदा पड़ोसी मुल्क को हो सकता है.
खरीफ फसलों की कम बुआई से भारत सरकार चिंतित
14 जुलाई तक भारत में खरीफ फसलों की बुआई पिछले साल के मुकाबले 2 फीसदी कम रही है. बोए गए कुल रकबे में चावल 6.1 फीसदी क्षेत्र में तो दलहन फसलें 13.3 फीसदी क्षेत्र में बोई गई हैं. खरीफ चावल के प्रमुख उत्पादक राज्य पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम बारिश के चलते बुआई में देरी हुई है. भारत के कई राज्यों में कमजोर मानसून के कारण चावल और दालों पर खतरा बढ़ गया है. गेहूं, चावल, दूध, सब्जियों के साथ-साथ दालों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई है. इसलिए सरकार ऐसा कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी कि चावल की कमी होने पर उसकी कीमतों में तेजी से इजाफा हो. वह देश में चावल की खुदरा कीमतों पर अंकुश लगाए रखना चाहती है.
पाकिस्तान के पास हिस्सेदारी बढ़ाने का मौका
गैर-बासमती चावल का एक्सपोर्ट भारत सबसे ज्यादा अमेरिका, इटली, स्पेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका को करता है. भारत के यह कदम उठाने के बाद इन देशों में चावल की खरीद के लिए हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में पाकिस्तान के पास इस मांग को पूरा करने और चावल खरीदने वाले देशों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का मौका है. वैश्विक बाजार में चावल की कमी होगी तो पाकिस्तान के पास अच्छा अवसर होगा.
50 लाख टन चावल निर्यात का लक्ष्य
राइस एक्सपर्ट एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान (आरईएपी) के मुखिया चेला राम केवलानी ने कहा कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद पाकिस्तान ने पिछले वित्तीय वर्ष में 37 लाख टन चावल का निर्यात किया था. चेला राम केवलानी ने कहा कि पाकिस्तान इस वित्तीय वर्ष में 50 लाख टन चावल निर्यात का लक्ष्य हासिल कर लेगा.