Saturday, October 18, 2025
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पाकिस्तान ने ट्रंप से अफगानिस्तान-अपनी मध्यस्थता की अपील, भारत पर तालिबान को समर्थन का आरोप लगाया

इस्लामाबाद, (वेब वार्ता)। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ चल रहे सीमा विवाद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता की अपील की है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ट्रंप को “शांति का प्रतीक” बताते हुए कहा कि यदि वे पाक-अफगान युद्ध रोकने में मदद करेंगे तो उनका स्वागत है। आसिफ ने भारत पर भी तालिबान को समर्थन देने और पाकिस्तान के खिलाफ प्रॉक्सी युद्ध लड़ने का आरोप लगाया। यह अपील तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच हालिया संघर्ष के बाद आई है, जिसमें 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।

ख्वाजा आसिफ की तारीफ: ट्रंप ‘युद्ध रोकने वाले पहले राष्ट्रपति’

ख्वाजा आसिफ ने जियो टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, “अमेरिका के राष्ट्रपति आमतौर पर युद्धों के लिए जिम्मेदार रहे हैं, लेकिन ट्रंप पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने शांति वार्ता की पहल की। पिछले 15-20 वर्षों में अमेरिका ने युद्धों को बढ़ावा दिया, लेकिन ट्रंप ने शांति प्रयास किए। यदि वे पाक-अफगान युद्ध में हस्तक्षेप करेंगे तो उनका स्वागत है।” आसिफ ने ट्रंप को “सबसे स्वागतयोग्य” बताया।

भारत पर आरोप: तालिबान को समर्थन, प्रॉक्सी युद्ध

आसिफ ने भारत पर असामान्य आरोप लगाते हुए कहा, “भारत तालिबान को समर्थन दे रहा है और पाकिस्तान के खिलाफ प्रॉक्सी युद्ध लड़ रहा है।” उन्होंने कहा कि तालिबान की कार्रवाइयां भारत की रणनीति का हिस्सा हैं। यह बयान पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर हालिया संघर्ष के बाद आया है, जिसमें पाकिस्तानी हवाई हमलों में दर्जनों तालिबान सैनिक मारे गए। तालिबान ने इसे “आक्रमण” करार दिया।

ट्रंप का दावा: 8 युद्ध रोके, भारत-पाक युद्ध भी

ट्रंप ने हाल ही में कहा कि उन्होंने 8 बड़े युद्धों को रोका है, जिसमें भारत-पाकिस्तान युद्ध भी शामिल है। उन्होंने कहा, “मैंने भारत-पाकिस्तान युद्ध को टैरिफ की धमकी देकर रोका।” ट्रंप ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष पर भी हस्तक्षेप की पेशकश की है। उन्होंने कहा, “मैंने 8 महीनों में 8 युद्ध रोके हैं। नोबेल पुरस्कार नहीं मिला, लेकिन लाखों लोगों की जान बचाई।”

पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए सिफारिश की

पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन की सिफारिश की है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर ने ट्रंप को “युद्ध रोकने वाला नेता” कहा। शरीफ ने गाजा शांति शिखर सम्मेलन में ट्रंप की तारीफ की और कहा, “ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान युद्ध को रोका, अन्यथा परिणाम विनाशकारी होते।”

भारत की प्रतिक्रिया: मध्यस्थता की अस्वीकृति

भारत ने अमेरिकी मध्यस्थता को खारिज किया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, “भारत-पाकिस्तान युद्ध सीधे सैन्य चैनलों से सुलझाया गया। अमेरिका का कोई हस्तक्षेप नहीं था।” भारत ने ट्रंप के दावों को “असत्य” बताया। विदेश मंत्रालय ने कहा, “भारत कभी मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा।”

सामाजिक संदर्भ

पाक-अफगान सीमा विवाद तालिबान की सरकार के बाद से बढ़ा है। पाकिस्तान ने तालिबान पर टीटीपी (पाकिस्तानी तालिबान) को शरण देने का आरोप लगाया। तालिबान ने पाकिस्तान पर अफगान मिट्टी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। संघर्ष में 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।

निष्कर्ष

पाकिस्तान का ट्रंप से मध्यस्थता का अनुरोध और भारत पर आरोप वैश्विक कूटनीति में नया मोड़ ला सकता है। ट्रंप की पेशकश और पाकिस्तान की तारीफ ने विवाद को और बढ़ा दिया है। भारत ने साफ किया कि यह द्विपक्षीय मुद्दा है।

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