नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। नकदी की कमी के चलते दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान (Pakistan) में अब दवाइयों की किल्लत हो गई है. बेहद आम दवाएं भी यहां ब्लैक में बेची जा रही है तो मुफ्त में मिलने वाले ब्लड बैग्स के लिए भी 750 रु तक वसूले जा रहे हैं. इसको लेकर पाकिस्तानी यूट्यूबर का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जब उसने एक मौलाना से सवाल किए तो उन्होंने कहा कि हमें भारत से दवाएं नहीं लेनी चाहिए और न ही इस्तेमाल करनी चाहिए. कोई भी काफिर मुसलमानों से बढ़कर नहीं है.
वीडियो में मौलाना ने कहा कि हमें नमाज पढ़नी चाहिए और अपना ईमान मजबूत रखना चाहिए. इससे सारी समस्याएं हल हो जाएंगी. इस पर यूट्यूबर ने कहा कि हम तो दवाओं के लिए भारत पर निर्भर हैं; हम अपने ही देश में दवाएं क्यों नहीं बना लेते? वीडियो में मौलाना ने कहा कि हमारा ईमान कमजोर है. हमें दूसरो की बुराई नहीं करना चाहिए, बल्कि सबको नमाज के लिए बुलाना चाहिए. खुद नमाज पढ़ना चाहिए. इससे सब ठीक हो जाएगा.
कुछ ने कहा- इंसानियत के नाते दवाएं भारत से ले लेना चाहिए
वहीं कुछ लोगों ने कहा कि भारत से दवाएं लेने में कोई दिक्कत नहीं है. इंसानियत के नाते दवाएं ली जा सकती है और हमें भारत से दवाएं लेनी चाहिए. हालांकि दोनों देशों के बीच बिजनेस बंद है, ऐसे में दवाएं सीधे पाकिस्तान नहीं पहुंच रही हैं. इस वीडियो में एक शख्स ने कहा कि हम भारत से आई हुई चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं; कई चीजें भारत से ही आती हैं.
हुक्मरानो पर फूटा गुस्सा, लोगों ने कहा कि वोट मांगने आ जाते हैं…
इस वीडियो में पाकिस्तानी नागरिकों ने कहा कि देश के हालात बहुत खराब हो गए हैं. जो दवाएं पहले मुफ्त मिलती थीं, अब वे ही ब्लैक में बहुत अधिक कीमत में मिल रही हैं. सरकारी अस्पताल में ब्लड डोनेशन के समय मुफ्त ब्लड बैग्स मिलते थे; लेकिन अब उसके लिए 750 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं. प्रायवेट अस्पतालों में तो इलाज का खर्चा लाखों रुपए तक पहुंच गया है. लोगों ने सरकार और हुक्मरानों पर गुस्सा निकाला है. वीडियो में एक शख्स कहता है कि जब वोट मांगना होता है तब नेता हमारे दरवाजे तक आ जाते हैं और हमसे मिन्नते करते हैं, लेकिन अब हमारे हालात देखने कोई नहीं आता.