इस्लामाबाद: क्या पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को उनके सुरक्षाबलों द्वारा सही जानकारी नहीं दी जा रही है? पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीके जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने पाकिस्तान के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट काबल स्वात में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. आतंकवादी संगठन ने बयान जारी कर कहा है कि उसका एक लड़ाका हमीदुल्लाह काबुल पुलिस थाने और काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट स्वात की जॉइंट बिल्डिंग में विस्फोटक लगाते हुए मारा गया.
इस मामले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सुरक्षाबलों के बीच भी तालमेल का अभाव था. जहां प्रधानमंत्री ने इसे आतंकवादी हमला बताया था वही सुरक्षाबलों ने इसे आतंकवादी हमला मानने से इनकार कर दिया था. इस हमले के दौरान 10 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
ईद के बाद हुए धमाके
पाकिस्तान प्रशासन और सेना ने ईद के बाद आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाने का ऐलान किया था. जिसे लेकर आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और अलकायदा ने पाकिस्तानी प्रशासन और फौज की निंदा की थी. ईद के फौरन बाद सोमवार की देर शाम पाकिस्तान के काबल पुलिस स्टेशन और वहां मौजूद काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट में कई बम धमाके हुए. यह धमाके इतने तेज थे कि इमारत कई जगह से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. इसके साथ ही कम से कम 10 लोग मारे गए और दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए.
शरीफ ने बताया आतंकवादी हमला
इस घटना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे आतंकवादी हमला बताते हुए हमले की निंदा की और मारे गए पुलिसकर्मियों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उसके बाद स्थानीय सुरक्षा बल के डीआईजी ने बयान देकर कहा कि आरंभिक जांच के दौरान ऐसा लगता है कि यह कोई आतंकवादी हमला नहीं था. डीआईजी ने कहा कि उनके काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट के मालखाने में जो विस्फोटक आदि रखे हुए थे लापरवाही के चलते उनमें विस्फोट हो गया. जिसके चलते यह बड़ी घटना हुई.
घटना को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि मामले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को वहां के सुरक्षाबलों द्वारा इस बाबत या तो जानकारी नहीं दी गई थी या जो आरंभिक जानकारी दी गई थी उसमें इसे आतंकवादी हमला ही बताया गया था. क्योंकि देश के प्रधानमंत्री द्वारा यदि कोई बयान जारी किया जाता है तो वह सुरक्षाबलों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही जारी किया जाता है. लेकिन इस मामले में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और सुरक्षा बलों के बीच रस्साकशी साफ तौर पर नजर आई.
आतंकवादी संगठन तहरीके जिहाद पाकिस्तान ने जिम्मेदारी ली
दूसरी तरफ आज इस मामले में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीके जिहाद पाकिस्तान ने बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली. आतंकवादी संगठन तहरीके जिहाद पाकिस्तान द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उसका एक लड़ाका हमीदुल्लाह डिपार्टमेंट की संयुक्त बिल्डिंग में जब विस्फोटक लगा रहा था तो उस दौरान मारा गया. आतंकवादी संगठन के इस बयान के बाद एक बार फिर पाकिस्तान की सेना और वहां का प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है. क्योंकि आतंकवादी संगठन ने साफ तौर पर कहा है कि यह हमला उसने किया है. जबकि पाकिस्तानी सुरक्षा बल इसे आतंकवादी हमला मानने से इनकार कर रहे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपने पहले बयान में से आतंकवादी हमला करार दे चुके हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सुरक्षा बल सही जानकारियां नहीं दे रहे हैं.
तहरीके जिहाद पाकिस्तान नाम का यह आतंकवादी संगठन कुछ समय पहले ही पाकिस्तान में उभरा था. हालांकि कहा जाता है कि यह संगठन आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का ही एक गुट है. इस संगठन द्वारा दावा किया जाता है कि वह पाकिस्तान में शरीयत को लागू करना चाहता है. संगठन ने इसके पहले बलूचिस्तान में एक आतंकवादी हमले में दो सुरक्षाकर्मियों को मारने का दावा किया था.