लाहौर, (वेब वार्ता)। पाकिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी लाहौर के ऊपर जहरीले धुएं की चादर ने हजारों लोगों को बीमार कर दिया है. इस वजह से प्रशासन ने चार दिनों के लिए स्कूल, बाजार और पार्क बंद कर दिए हैं. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. देश के दूसरे सबसे बड़े शहर के दुनिया के सबसे प्रदूषित नगरों में से एक बने रहने के बाद यह फैसला किया गया है. डॉक्टरों ने लोगों को मास्क लगाने और घरों में ही रहने की सलाह दी है. लोगों ने खांसी और सांस लेने में परेशानी जैसी शिकायतें की हैं.
लाहौर के मुख्य मायो अस्पताल के डॉक्टर सलमान काजमी ने कहा, “सांस संबंधी बीमारियों, आंखों में संक्रमण और त्वचा रोगों के लिए अस्पताल जाने से बचने के लिए मास्क लगाएं और घरों में रहें.” गुरुवार को हवा में ‘‘पीएम2.5’’ या छोटे कणों का स्तर 450 तक पहुंच गया जिसे खतरनाक माना जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में गेहूं की बुआई के मौसम की शुरुआत में पराली को जलाना प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है.
उत्तर-भारत को कब मिलेगी प्रदूषण से निजात?
केवल पाकिस्तान ही नहीं भारत में भी प्रदूषण सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है. दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए GRAP-4 (ग्रिड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) लागू कर दिया गया है. प्रदूषण को काबू करने के लिए बड़े स्तर पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. निर्माण संबंधित गतिविधियों को बंद कर दिया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो से तीन दिन में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते बारिश हो सकती है. जिसके चलते लोगों को दमघोंटू प्रदूषण से निजात मिलने की उम्मीद है.