इस्लामाबाद, (वेब वार्ता)। पाकिस्तान में बढ़ते गृह युद्ध (Pakistan Civil War) के हालातों के मद्देनजर पाकिस्तानी फौज और प्रशासन ने अपनी जनता का ध्यान भटकाने के लिए अपना अंतिम हथियार चल दिया है. उसने कहा है कि भारतीय फौजों की जल, थल और वायु यूनिट पाकिस्तान पर सीमित कार्रवाई करने के लिए बॉर्डर पर युद्धाभ्यास कर रही है. इसके लिए बाकायदा कुछ तस्वीरें भी जारी की गई हैं.
इसके साथ ही पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर कमांड रखने वाली नेशनल कमांड अथॉरिटी के सलाहकार के जरिए अपने अवाम को ताजा जानकारी दी है कि उनके पास कितने परमाणु हथियार मौजूद हैं और कौन से नए परमाणु हथियार बनाए गए हैं. बयान में बताया गया कि पाकिस्तान के पास अब ऐसे परमाणु हथियार (Nuclear Weapons) मौजूद हैं जिन्हें केवल एक सैनिक पोर्टेबल कंटेनर या ब्रीफकेस में लेकर जा सकता है.
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पाकिस्तान के आंतरिक हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे हैं यहां तक कि उनकी फौज भी अब कई जगहों पर मोर्चा संभालने में नाकामयाब दिख रही है. ऐसे में पाकिस्तानी फौज और प्रशासन ने अपना अंतिम हथियार चल दिया है और अपने अवाम को यह समझाने की कोशिश की है कि भारत पाकिस्तान के साथ कभी भी युद्ध शुरू कर सकता है और पाकिस्तान के पास भी पर्याप्त परमाणु हथियार मौजूद हैं. पाकिस्तानी फौज और खुफिया एजेंसियों से जुड़े एक संगठन ने आज एक बयान जारी कर बताया है कि भारत की फौज पिछले 1 महीने से पाकिस्तान की सीमा पर बड़ा युद्ध अभ्यास कर रही है.
भारतीय सेना का दिखाया डर
इस बयान के मुताबिक भारतीय सेना ने इस महीने पाकिस्तान से जुड़ी सीमाओं पर संयुक्त बल आक्रामक अभ्यास किया. इसके तहत भारतीय सेना की पंजाब स्थित स्ट्राइक कोर को लामबंद किया गया. भारतीय वायु सेना ने कश्मीर और पंजाब में 2 सप्ताह के बड़े अभ्यास किए जिसमें 100 से ज्यादा एक दर्जन विभिन्न प्रकार के विमान तैनात किए गए. पाकिस्तान का दावा है कि में लड़ाकू विमान ड्रोन एअरलिफ्टर्स तथा अन्य बड़े जहाज और युद्ध में काम आने वाले जहाज शामिल थे. बयान में यह भी बताया गया है कि भारतीय नौसेना ने 1 दिन में 7 हमलावर पनडुब्बियों को तैनात किया जो पाकिस्तान की 4 पनडुब्बियों के कुल बेड़े से आकार में बड़ी थीं.
छोटी कार्रवाई करना हो सकता है मकसद
पाकिस्तान के मुताबिक भारतीय विशेष बलों ने पंजाब में बहुत बड़े स्तर पर पैराट्रूपर अभ्यास किए. इसके अलावा, 9 वीं इन्फैंट्री डिवीजन के वायु रक्षा इकाइयों और सैनिकों के साथ 1 बख़्तरबंद डिवीजन के टैंकों ने “नहर पार करने का अभ्यास” किया. इजरायल निर्मित हेरोन ड्रोन टोही यंत्रों को पाकिस्तान की सीमा के एक किलोमीटर के भीतर भेजा गया. इन सभी एकीकृत आक्रामक अभ्यासों को विशेष रूप से डिजाइन किया गया था और इसका उद्देश्य पाकिस्तान को लक्षित करते हुए उसकी सीमाओं में एक छोटी कार्रवाई करना हो सकता है.
नेशनल कमांड अथॉरिटी से करवाया ऐलान
इतना ही नहीं इसके फौरन बाद पाकिस्तानी अवाम को और ज्यादा समझाने के लिए पाकिस्तान के नेशनल कमांड अथॉरिटी, जो पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार का कमांड और नियंत्रण करती है, के सलाहकार और पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल खालिद किदवई के माध्यम से एक घोषणा भी कराई गई जिसमें पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों की क्या पोजीशन है इसकी विस्तृत जानकारी दी गई. इस बयान में बताया गया कि पाकिस्तान के पास अब ऐसे परमाणु हथियार मौजूद हैं जिन्हें केवल एक सैनिक पोर्टेबल कंटेनर या ब्रीफकेस में लेकर जा सकता है. साथ ही उसके पास 2750 किलोमीटर तक की सीमा तक मार करने वाले परमाणु हथियार मौजूद हैं. पाकिस्तान के परमाणु संस्था की सलाहकार ने यह भी बताया कि अब पाकिस्तान के पास अन्य कम दूरी के सामरिक परमाणु हथियारों में हॉवित्जर से चलने वाले परमाणु शॉट और रॉकेट-प्रोपेल्ड परमाणु ग्रेनेड भी शामिल हैं.
हमेशा ऐसा करता है पाकिस्तान
भारतीय सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान यह तमाम झूठी जानकारियां इसलिए फैला रहा है जिससे उसकी जनता की यह समझ में आए कि भारत पाकिस्तान पर हमला कर सकता है. इस वजह से वे कोई हंगामा ना करें और पाकिस्तानी फौज तथा प्रशासन का साथ दें. जब-जब पाकिस्तान पर ऐसी समस्या आई है तब तक पाकिस्तान ने भारत से हमले का डर दिखाकर अपनी जनता को कंट्रोल किया है और इस बार भी उसने अपना आखिरी हथियार चल दिया है.