पेशावर, (वेब वार्ता)। पाकिस्तान के पेशावर जिले के अंतर्गत हयाताबाद इलाके में आतंकवादियों ने भारत के जम्मू-कश्मीर में हुए पुलवामा आतंकी हमले की तर्ज पर पाकिस्तानी सैनिक काफिले की गाड़ी पर हमला किया. पाकिस्तान सेना की फ्रंटियर कोर की यह गाड़ी सैनिकों को लेकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रही थी. इस मामले में सामने आए सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर दिखता है कि पाकिस्तानी सैनिक काफिले की गाड़ी आगे जा रही होती है. तभी अचानक पीछे से तेजी से आ रही एक काली गाड़ी इस सैनिक काफिले के ठीक बगल में आती है. उसके बाद इस काली कार में बैठा हुआ ड्राइवर विस्फोटक से लदी गाड़ी को उड़ा देता है. इस हमले में अब तक 6 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो चुकी है जबकि अनेक घायल बताए जाते हैं.
पाकिस्तान सुरक्षा दलों द्वारा अब तक जो जांच की गई है उसके मुताबिक यह एक एसवीबीआईईडी (आत्मघाती वाहन जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) हमला था. पाकिस्तान खुफिया एजेंसी को जांच के दौरान पता चला है कि आतंकवादियों ने इस वाहन के सीएनजी टैंक के अंदर लगभग 20 से 25 किलोग्राम उच्च क्वालिटी का विस्फोटक छुपा कर रखा हुआ था. अभी तक की जांच के दौरान पता चला है कि इस हमले में कोई आत्मघाती जैकेट का उपयोग नहीं हुआ था, लेकिन इस विस्फोटक का स्विच गाड़ी के अंदर ही जोड़ा हुआ था जिसे दबाने पर गाड़ी में विस्फोट हो गया.
आतंकी हमलावर की पहचान का दावा
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का दावा है कि इस मामले में आतंकी हमलावर की पहचान कर ली गई है. उसका नाम गैरतुल्लाह और वह अफगानिस्तान का रहने वाला बताया जाता है. जांच के दौरान पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों को इस कार की नंबर प्लेट और चेसिस प्लेट के भी टुकड़े बरामद हुए हैं जिनके आधार पर आगे की जांच की जा रही है. यह विस्फोट इतना भयानक था कि इससे पाकिस्तानी सैनिक काफिले की गाड़ी तो उड़ी ही साथ ही आसपास खड़ी कई गाड़ियों को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा.
तहरीक-ए- जेहाद पाकिस्तान ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान सैनिक काफिले पर हुई इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीक-ए- जेहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है. इस बाबत इस आतंकवादी संगठन ने बाकायदा एक बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है और हमलावर का नाम गैरतुल्लाह ही बताया है. ध्यान रहे कि इसी आतंकवादी संगठन ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान सेना के झोब कैंट पर हमला किया था. इस हमले के दौरान उसके पांच आत्मघाती हमलावर मारे गए थे जबकि पाकिस्तान सेना के एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे गए थे.