मॉस्को, (वेब वार्ता)। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार NSA अजीत डोभाल ने रूस के प्रथम उपप्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव से मॉस्को में महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें द्विपक्षीय सैन्य-तकनीकी सहयोग और रणनीतिक क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा हुई।
डोभाल रूस में इस वर्ष के अंत में होने वाली राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा की तैयारियों के सिलसिले में मौजूद हैं। साथ ही, उन्होंने द्विपक्षीय ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए भी बातचीत की।
बैठक का विवरण
भारत स्थित रूसी दूतावास ने बताया कि शुक्रवार को हुई बैठक में दोनों पक्षों ने सैन्य-तकनीकी सहयोग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा, असैन्य विमान निर्माण, धातु उद्योग और रासायनिक उद्योग जैसे अन्य रणनीतिक क्षेत्रों में भी संयुक्त परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा हुई।
इससे पहले, डोभाल ने क्रेमलिन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी मुलाकात की थी, जहां दोनों देशों के बीच सहयोग को और बढ़ाने पर बात हुई। इस दौरान डोभाल ने कहा कि भारत रूस के साथ सभी मोर्चों पर सहयोग जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है, भले ही बाहरी दबाव हों।
संदर्भ और वैश्विक परिदृश्य
डोभाल की यह यात्रा ऐसे समय हुई है जब अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने पर भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद भारत को रूस से तेल खरीदने पर कुल 50 प्रतिशत शुल्क चुकाना पड़ रहा है। इस संदर्भ में रूस और भारत के बीच संबंधों को और मजबूत बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्रपति पुतिन को भारत आने का निमंत्रण दिया है, जिसे पुतिन ने स्वीकार कर लिया है।
निष्कर्ष
भारत और रूस के बीच सैन्य-तकनीकी एवं ऊर्जा सहयोग को मजबूती देने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस दौरे से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और व्यापक द्विपक्षीय सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने की उम्मीद है।