संयुक्त राष्ट्र, (वेब वार्ता)। गाजा पट्टी में जारी मानवीय संकट के बीच संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने शुक्रवार को गहरी चिंता व्यक्त की है। यूएन के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) के अनुसार, भुखमरी के कगार पर पहुंचे गाजा के 10,000 से अधिक परिवारों को नकद सहायता तो दी गई है, लेकिन भोजन और जरूरी वस्तुएं अब भी लोगों की पहुंच से बाहर हैं। बाजार में खाद्य सामग्री की भारी किल्लत और कीमतों में अस्थिरता ने हालात को और गंभीर बना दिया है।
खाद्य संकट और राहत वितरण में बाधाएं
यूएन कार्यालय ने जानकारी दी है कि इजरायली सेना की ओर से रास्तों की मंजूरी के बावजूद राहत काफिलों को भारी बाधाओं और खतरों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार वितरण केंद्रों के पास भीड़ में भगदड़ या हिंसा की घटनाएं हुई हैं। पिछले दो दिनों में ही राहत पाने की कोशिश में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं या घायल हुए हैं।
यूएन प्रतिनिधि बोले- “जरूरत है 500 ट्रकों की प्रतिदिन”
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के उप कार्यकारी निदेशक टेड चैबान ने हाल ही में इजरायल और गाजा का दौरा किया। न्यूयॉर्क में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा:
“स्थिति बेहद अस्थिर है। लोगों की हताशा को कम करने और मानवीय स्थिति को स्थिर करने के लिए प्रतिदिन कम से कम 500 ट्रकों की आवाजाही जरूरी है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी गेट्स और मार्गों का उपयोग कर आपूर्ति पहुंचाई जानी चाहिए।
ईंधन और बुनियादी सेवाओं की स्थिति
ओसीएचए के अनुसार, गाजा में ईंधन की आपूर्ति अभी भी बेहद सीमित है। कुछ दिनों में सीमित मात्रा में ईंधन पहुंचा है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। अस्पताल, पानी की आपूर्ति, सफाई व्यवस्था और आपातकालीन संचार के लिए प्रतिदिन लाखों लीटर ईंधन की आवश्यकता है।
स्थानीय लोगों की स्थिति भयावह
यूएन की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में हालात दिन-प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं। लोग भूख से बिलख रहे हैं, हजारों परिवार बेघर हो चुके हैं और राहत की आस में हर दिन मौत और हिंसा का सामना कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने क्या कहा?
ओसीएचए ने स्पष्ट रूप से कहा है:
“जीवन रक्षक सेवाओं की अनुपलब्धता और मदद के वितरण में देरी के कारण, गाजा में मानवीय संकट और गहरा गया है। कई लोगों की मौतें सीधे तौर पर राहत वितरण की असफलता से जुड़ी हैं।”
📌 निष्कर्ष
गाजा में नकद सहायता एक अस्थायी राहत जरूर है, लेकिन भोजन, पानी, स्वास्थ्य सेवाएं और ईंधन की अनुपलब्धता एक बेहद चिंताजनक स्थिति को जन्म दे रही है। यूएन और यूनिसेफ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि तत्काल और स्थायी मानवीय पहुंच के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएं। यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो गाजा में मानवीय त्रासदी और भी गहरी हो सकती है।