New Delhi: लद्दाख (Ladakh) में भारतीय सीमा (India China Border) के पास अक्सर यु’द्धाभ्यास की तस्वीरें और वीडियो को शेयर करके मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश करने वाले चीन के दु’ष्प्रचार की पोल खुल गई है।
चीन ने सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने तिब्बत के इलाके में 4700 मीटर की ऊंचाई पर चीनी सेना के युद्धाभ्यास की तस्वीरें शेयर करके खुद ही बुरी तरह से फंस गया है। अब चीनी सेना (China Army PLA) की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रही हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला…..
दरअसल, चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने जो तस्वीरें शेयर की हैं, उसमें नजर आ रहा है कि चीनी सैनिक (China Army PLA) गो’ली चलाने के लिए निशाना साध रहे हैं। इसमें सैनिक राइ’फल में लगे पेरिस्कोप से देखकर निशाना साध रहे हैं। इसी तस्वीर को खींचने में चीनी दुष्प्रचार तंत्र से बड़ी चूक हो गई। असल में चीनी सैनिक केवल फोटो खिंचाने के लिए निशाना साध रहे थे।
#China #PLA at 4700m gets new equipment for photo op.
But will they really be able to aim?
Pics via CCTV/cdf/Weibo. pic.twitter.com/QVmyVQz1TZ— 卫纳夜格.巴特@Raj Kumar (@rajfortyseven) October 24, 2020
पेरिस्कोप में लगा रबर का अगला हिस्सा झुका हुआ
चीनी सैनिक जिस समय निशाना साध रहे थे, उस समय उनके पेरिस्कोप में लगा रबर का अगला हिस्सा झुका हुआ था। ऐसे में चीनी सैनिक बिना पेरिस्कोप के निशाना साध रहे थे और दावा कर रहे थे कि वे असल में निशाना लगा रहे हैं। रबर के हिस्से के झुके होने की वजह से चीनी सैनिकों का सटीक निशाना लगाना असंभव था।
इस अभ्यास पर सीसीटीवी ने दावा किया कि चीनी सैनिक 4700 मीटर की ऊंचाई पर निशाना साध रहे हैं। चीनी सैनिकों के फर्जी अभ्यास की पोल खोली है OSINT विशेषज्ञ कर्नल विनायक भट्ट ने।
चीन का दुष्प्रचार तंत्र भारत पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने और अपनी जनता को खुश करने के लिए अक्सर इस तरह के वीडियो और फोटो जारी करता रहता है। इससे पहले भी चीन का दांव उल्टा पड़ चुका है और उसकी थू-थू हो चुकी है। इससे पहले चीन ने डराने के लिए मिसाइल लॉन्चर के आकार के गुब्बारे को पेंट करके उसमें हवा भर दी।
हद तो तब हो गई जब चीन के प्रोपेगैंडा फैलाने वाले तंत्र ने इसे मिसाइल लॉन्चर बताकर शेयर करना शुरू कर दिया। हालांकि एक गड़बड़ी से उनके इस दावे की हवा निकल गई और अब उनकी जमकर किरकिरी हो रही है।