वाशिंगटन, (वेब वार्ता)। रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति उम्मीदवार निक्की हेली ने चीन को अमेरिका और पूरी दुनिया के अस्तित्व के लिए खतरा बताया है. उन्होंने चुनावी कैम्पेन के दौरान अपने भाषण में चीन पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ड्रैगन युद्ध तैयारी की कर रहा है. हेली ने कहा कि चीन पिछले 50 साल से अमेरिका को हराने के लिए साजिशें रच रहा है और कई मायनों में उसकी सैन्य क्षमता हमारे बराबर है. न्यू हैम्पशायर में आर्थिक नीतियों पर बात करते हुए भारतीय मूल की अमेरिकी नेत्री निक्की हेली ने कहा कि अमेरिका को पछाड़ने के लिए चीन तैयारी कर रहा है.
दिलचस्प बात यह है कि हेली का बयान तब आया जब कुछ दिन पहले राष्ट्रपति पद के लिए उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे, उन्हीं की पार्टी के भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने भी अपनी कमान से चीन पर तीर छोड़े थे. रिपब्लिकन पार्टी में डोनाल्ड ट्रंप के बाद ये दोनों ही राष्ट्रपति पद के तगड़े उम्मीदवार के रूप में देखे जा रहे हैं. हेली का आरोप है कि चीन ने अमेरिका से मैन्युफैक्चरिंग जुड़े रोजगार छीन लिए हैं. गौरव और ताकत को राष्ट्र के टिके रहने के लिए अहम बताते हुए निक्की ने कहा- चीन ने हमारे व्यावसायिक राज जान लिए हैं.
उन्होंने कहा, चीन मेडिसिन से लेकर उन्नत तकनीक तक से जुड़े हमारे उद्योगों पर कब्जा जमा लिया है और देखते ही देखते वह आर्थिक रूप से पिछड़े देश से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. निक्की हेली ने आगे कहा कि चीन की नीयत हर मामले में अव्वल रहने की है. कम्यूनिस्ट पार्टी के इरादे एकदम साफ हैं. वह एक विशाल, ऊंचे दर्जे की सेना तैयार कर रहा है, जो अमेरिका को धमकाने, एशिया पर धौंस जमाने और इससे कहीं और आगे तक जाने का काम कर सके. जासूसी गुब्बारे भेजने की हिम्मत करने वाले चीन के लिए हेली कहती हैं कि यह देश, क्यूबा के पास अमेरिका पर नजर रखने के लिए एक जासूसी बेस तैयार कर रहा है.
इसके बाद निक्की हेली ने अपना इकोनॉमिक प्लान शेयर किया. उन्होंने बताया कि अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो अमेरिका में लोगों का जीवन बेहतर करने के लिए क्या बदलाव लाएंगी. उन्होंने टैक्स में कटौती, नौकरशाहों के कार्यकाल की सीमा तय करने और गैरजरूरी बिलों को हटाने की बात कही. इससे पहले भारतीय मूल के एक और कैंडिडेट विवेक रामास्वामी ने चीन से आर्थिक आजादी की बात कही थी. उन्होंने कहा था- मैं भारत सहित दूसरे देशों के साथ रिश्ते और बेहतर करना चाहता हूं, जिससे चीन पर हमारी निर्भरता कम हो सके.