Hartalika Teej Fast: हिंदू धर्म में अच्छे स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और सफलता के लिए तीज-त्योहारों का बड़ा महत्व है। हर साल सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए व्रत करती हैं। मां गौरी और शिवजी की विधि-विधान से पूजा करती है और सुख-सौभाग्य की कामना करती हैं। इस साल 18 सितंबर को हरतालिका तीज मनाया जाएगा। हरतालिका तीज के दिन विवाहित महिलाओं को व्रत के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। चलिए जानते हैं…
काले वस्त्र ना पहनें: हरतालिका तीज पर सुहागिनों को काले रंग का कपड़ा और ज्वेलरी नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करना बेहद अशुभ माना जाता है। इस शुभ मौके पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं और लाल रंग की साड़ी पहनती हैं। इस दिन हाथों में मेहंदी जरूर लगवाएं।
पति का सम्मान करें: हरतालिका तीज व्रत के दिन पति से बहस ना करें और कोई ऐसी बात ना कहें, जिससे उन्हें बुरा महसूस हो। पतियों को भी इस दौरान अपनी पत्नियों से उलझने से बचना चाहिए।
इन देवी-देवताओं की पूजा करें: हरतालिका तीज के दिन मां पार्वती, गणेशजी और शिवजी की विधि-विधान से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से जातकों को सुख-सौभाग्य और खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है।
व्रत के नियम: हरतालिका तीज व्रत की शुरुआत करने के बाद जीवनभर इस व्रत को रखा जाता है। हालांकि,अगर व्रत रख पाना संभव ना हो, तो हरतालिका तीज व्रत का उद्यापन जरूर करना चाहिए।
व्रत का पारण: हरतालिका तीज का व्रत 24 घंटे तक करना चाहिए। अगले दिन गणेश जी, मां पार्वती और भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के बाद ही पारण करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।