वेबवार्ता: Jandi War: पंजाब की एक अदालत ने सोमवार को दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) के गाने ‘जांदी वार’ (Jandi Vaar song) की रिलीज पर रोक लगा दी। वहीं सभी मीडिया प्लेटफॉर्म पर से गाने (Jaandi Vaar) से जुड़े हर तरह के विज्ञापनों को हटाने का भी आदेश दे दिया है।
कुछ दिन पहले ही सिंगर और म्यूजिक कंपोजर सलीम मर्चेंट (Salim Merchant) ने इस गाने की रिलीज डेट को अनाउंस किया था। इस बात पर मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) के माता-पिता ने एतराज जताया था और कोर्ट से रोक की गुजारिश की थी।
कोर्ट ने लगाई गाने पर रोक
सलीम (Salim Merchant) के एलान के बाद सिद्धू मुसेवाला (Sidhu Moose Wala) के माता-पिता ने गाने पर रोक की याचिका लगाई थी। मनसा जिला न्यायालय में लंबी बहस के बाद इस आदेश को सुनाया गया। आदेश में सलीम और सुलेमान को सारे एड हटाने का निर्देश दिया गया। मूसेवाला के माता-पिता ने कहा कि अभी वह बेटे की मौत का केस लड़ रहे हैं। वे अभी इंसाफ की लड़ाई में लगे हुए हैं। वे अपना पूरा ध्यान केस में लगा रहे हैं, ऐसे में गाना रिलीज करने पर वो मन नहीं लगा सकते हैं। उन्होंने सिंगर सलीम मर्चेंट से अपील की थी कि वो गाना रिलीज ना करें।
मूसेवाला के माता-पिता के वरिष्ठ अधिवक्ता अमित झांजी ने सलीम-सुलेमान और उनकी कंपनी मर्चेंट रिकॉर्ड्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ-साथ कुछ और डिजिटल प्लेटफॉर्म के खिलाफ रोक लगाने के लिए एक मुकदमा दायर किया था। याचिका में कहा गया था कि-”रिलीज की घोषणा सलीम-सुलेमान ने अपने यूट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट पर की। उन्होंने मूसेवाला के डिजिटल हस्ताक्षर के साथ-साथ माल की बिक्री और गाने के एनएफटी अधिकारों को बड़े पैमाने पर जनता के लिए घोषित किया। इसके लिए उन्होंने मूसेवाला के माता-पिता से कोई आज्ञा नहीं ली थी।”
सलीम ने हटाए गाने के एड
रोक लगने के बाद सलीम मर्चेंट ने अपने फैसले पर खेद जताया। सलीम ने कहा- ”अब ये गाना 2 सितंबर को रिलीज नहीं होगा। सिद्धू के माता-पिता नहीं चाहते कि जांदी वार गाना अभी रिलीज हो। उनके आशीर्वाद के बिना हम कोई ऐसा कदम नहीं उठाएंगे। उनसे विचार के बाद ही इस गाने को रिलीज किया जाएगा।”
केस के दौरान सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता अपने दिवंगत बेटे की छवि को खराब करने से भी रोकना चाहते हैं। आपको याद होगा कि उनकी मौत के बाद एक गाना SYL रिलीज किया गया था। जिसे कुछ दिनों में ही यूट्यूब ने बैन कर दिया था। इस गाने में नहर से लेकर प्रदेश के कई विवादित मुद्दे उठाए गए थे। गाने को भारत में बैन किया गया था। हालांकि, अभी तक केंद्र या प्रदेश सरकार ने इसका कारण नहीं बताया है।