मुंबई, (वेब वार्ता)। बॉलीवुड (Bollywood) के दिग्गज एक्टर (Actor) अनुपम खेर (Anupam Kher) अपने सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी एक्टिव रहते हैं। जहां वो आए दिन तस्वीरें और वीडियो शेयर करते रहते हैं। हाल ही में एक्टर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें वो कुछ पंक्तियां बोलते नजर आ रहे हैं। उनकी ये पंक्तियां आज के बदलते दौर के ऊपर हैं।
वीडियो में वो कहते हैं, “मेरे परदादा संस्कृत और हिंदी जानते थे, माथे पर तिलक और सिर पर पगड़ी बांधते थे, फिर मेरे दादा जी का दौर आया उन्होंने पगड़ी उतारी, लेकिन उन्होंने जनेऊ पहने रखा, मेरे दादा जी अंग्रेजी बिल्कुल नहीं जानते थे, जानना तो दूर वो अंग्रेजी के नाम पर कन्नी काटते थे। मेरे पिता जी को अंग्रेजी थोड़ी-थोड़ी समझ आई, कुछ खुद समझे और कुछ अर्धचक्र ने समझाई, लेकिन वो अंग्रेजी का प्रयोग मजबूरी में करते थे।
वो सारे सरकारी फॉर्म हिंदी में ही भरते थे। जनेऊ उनका भी शून्य था, लेकिन संस्कृत का प्रयोग नगण्य था। वही दौर था जब संस्कृत के साथ संस्कृति खो रही थी इसलिए संस्कृत मृत वेब वार्ता घोषित हुई, फिर धीरे-धीरे समय बदला और नया दौर आया। मैंने अंग्रेजी को पढ़ा ही नहीं बल्कि अच्छे से चबाया। मैंने खुद को हिंदी से अंग्रेजी में लिफ्ट किया साथ ही जनेऊ को पूजा घर में शिफ्ट किया। मैं अब बेवजह ही दो चार वाक्य अंग्रेजी में झाड़ जाता हूं। शायद इसलिए समाज में पढ़ा लिखा कहलाता हूं और तो और मैंने बदल लिए बहुत सारे रिश्ते-नाते मामा, फूफा और चाचा अब अंकल नाम से जाने जाते हैं। मैं टोन बदलकर वेद को वेदा और राम को रामा कहता हूं और अपनी इस कथा कथित सफलता पर गर्वत्र रहता हूं।
मेरे बच्चे और भी आगे जा रहे हैं। मैंने संस्कार चबाया था। वो अंग्रेजी में पचा रहे हैं। यानी उन्हें दादी का मतलब ग्रैनी बताया जाता है, रामा वाज ए हिंदू गॉड गर्व से सिखाया जाता है। जब श्रीमती जी उन्हें पानी मतलब वाटर बताती हैं और अपनी इस प्रगति पर मंद ही मंद मुस्कुराती हैं। जाने क्यों मेरे पूजा घर की जनेऊ चिल्लाती है और मंद ही मंद कुछ मंत्र यूं ही बुदबुदाती है। कहती है ये विकास भारत को कहां ले जा रहा है। संस्कार तो गल गए अब वेब वार्ता को भी पछाड़ा है। संस्कृत की तरह ही हिंदी भी एक दिन मृत घोषित हो जाएगी। शायद उस दिन भारत भूमि पूर्ण रूप से विकसित हो जाएगी।”
एक्टर ने वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा, “हर भारतीय के लिए: मेरे परदादा, मेरे दादा, मैं और मेरे बच्चे…… हमारी संस्कृति, संस्कृत वेब वार्ता, हिन्दी और बदलता भारत….!!! ये चंद पंक्तियां मेरी पीढ़ी के लोग और हिन्दी भाषी तो शायद अच्छे से समझ लेंगे! पर बाकी लोग भी इस विडंबना को पहचान पायेंगे!! जरुर सुनिए, देखिए और शेयर करिए!!!” एक्टर का ये वीडियो फैंस द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। उनके इस वीडियो को अब तक 30 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके हैं।