पांच साल की उम्र से एक्टिंग करियर शुरू करने वाले कमल हासन ने भारतीय सिनेमा को ऐसी-ऐसी नई टेक्नोलॉजी से रूबरू करवाया, जिनके बारे में पहले कोई जानता भी नहीं था। कमल हासन देश के पहले एक्टर हैं, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को प्रोस्थेटिक मेकअप जैसी चीज के बारे में बताया। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन की WoW Wednesday सीरीज में हम आपको कमल हासन के उन अजूबे रिकॉर्ड या टेक्नोलॉजी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वह अपनी फिल्मों के जरिए साउथ फिल्म इंडस्ट्री और भारतीय सिनेमा में लाए।
5 साल की उम्र में शुरुआत, जीता राष्ट्रपति अवॉर्ड
इस बारे में बताने से पहले थोड़ा सा Kamal Haasan के शुरुआती करियर और लाइफ के बारे में जान लेते हैं। कमल हासन ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1960 में तमिल फिल्म Kalathur Kannamma से चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में की थी। इस फिल्म में नन्हे कमल हासन की एक्टिंग ने इस कदर प्रभाव डाला था कि उन्हें राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके बाद कमल हासन की चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में हर तरफ चर्चा होने लगी थी। तब उन्होंने एक के बाद एक कई फिल्में कीं। बाद में कमल हासन ने फिल्मों से कुछ साल का ब्रेक ले लिया और फिर डांस असिस्टेंट के रूप में वापसी की। बतौर लीड कमल हासन की पहली फिल्म 1975 में आई थी, जिसका नाम ‘कन्याकुमारी’ था। इसके लिए कमल हासन को उनके करियर का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।
राष्ट्रपति अवॉर्ड पाते नन्हे कमल हासन, फोटो: Twitter@FilmHistoryPic
देश के सबसे बड़े पैन इंडिया स्टार
कमल हासन ने अपनी फिल्मों और काम से लाखों लोगों को प्रेरणा दी। उनकी गिनती साउथ के उन एक्टर्स में होती है, जिनकी फिल्में सबसे पहले पैन इंडिया रिलीज हुईं। उन्हें आज भी देश का सबसे बड़ा पैन इंडिया स्टार माना जाता है। साउथ से लेकर बॉलीवुड में कमल हासन ने कई सुपरहिट और रिकॉर्ड ब्रेकिंग फिल्में दीं।

कमल हासन, फोटो: epicture.timesgroup.com/agencies
कमल हासन ने अपनी फिल्मों के जरिए साउथ और इंडियन सिनेमा में जो टेक्नोलॉजी इंट्रोड्यूस कीं, वो हैरान करने वाली हैं:
1. कमल हासन ने 1986 में आई एक्शन-एडवेंचर फिल्म ‘विक्रम’ से तहलका मचा दिया था। राजशेखर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सत्यराज, डिंपल कपाड़िया और जनगराज जैसे स्टार्स नजर आए थे। यह साउथ सिनेमा की पहली ऐसी फिल्म थी, जिसमें गानों को रिकॉर्ड करने के लिए पहली बार कंप्यूटर का यूज किया गया था। फिल्म का म्यूजिक इलैयाराजा ने दिया था।
2. Thevar Magan फिल्म की कहानी कमल हासन ने लिखी थी। यह तमिल सिनेमा की पहली फिल्म थी, जिसमें पहली बार एक स्क्रीनप्ले राइटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था।
3. तमिल फिल्म ‘महानदी’ पहली ऐसी भारतीय फिल्म है, जिसमें एविड एडिटिंग सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया गया था। सालल 1994 में रिलीज हुई इस फिल्म संतन भारती (Santhana Bharathi) ने डायरेक्ट किया था। फिल्म की कहानी भ्रष्टाचार और बच्चों की तस्करी पर आधारित थी, जिसे कमल हासन ने रा की रंगाराजन के साथ मिलकर लिखा था।
4. Kuruthipunal फिल्म याद है? साल 1995 में रिलीज हुई इस एक्शन थ्रिलर में कमल हासन के अलावा नसर, गौतमी और गीता लीड रोल में थीं। इस फिल्म को सिनेमेटोग्राफर पीसी श्रीराम ने डायरेक्ट किया था। यह पहली तमिल फिल्म थी, जिसमें डॉल्बी स्टीरियो एसआर टेकनॉलजी का इस्तेमाल किया गया था।
5. इसके अगले साल यानी 1996 में कमल हासन की फिल्म आई ‘इंडियन’, जिसमें उन्होंने डबल प्ले किया था। शंकर के निर्देशन में बनी यह भारतीय सिनेमा की पहली ऐसी फिल्म थी, जिसमें कमल हासन के गेटअप के लिए प्रोस्थेटिक मेकअप का इस्तेमाल किया गया।
6. साल 2001 में कमल हासन फिल्म Aalavandhan में भी डबल रोल में नजर आए। इसमें उन्होंने हीरो के अलावा विलेन का भी रोल निभाया था। यह भारत की पहली ऐसी फिल्म है, जिसमें तस्वीरों की मूवमेंट को कैप्चर करने के लिए मोशन कंट्रोल रिंग का इस्तेमाल किया गया था। यही नहीं, यह भारत की पहली ऐसी फिल्म है, जिसमें एनिमेशन सीक्वेंस यूज किया गया।
7. साल 2004 में आई तमिल फिल्म Virumandi को कमल हासन ने सिर्फ डायरेक्ट किया था, बल्कि उन्होंने इसकी कहानी भी लिखी थी और एक्टिंग करते भी नजर आए। और तो और कमल हासन ने इस फिल्म के काफी हिस्से की एडिटिंग भी की थी। इस फिल्म को तमिल सिनेमा में आज भी एक इंस्पिरेशन के तौर पर देखा जाता है। यह तमिल सिनेमा की पहली ऐसी फिल्म है, जिसमें लाइव साउंड रिकॉर्डिंग सिस्टम का यूज किया गया।
8. कमल हासन की 2005 में एक और फिल्म आई थी ‘मुंबई एक्सप्रेस’, जिसकी खूब चर्चा हुई थी। यह एक ब्लैक इंडियन कॉमेडी फिल्म थी, जिसमें कमल हासन ने एक्टिंग के अलावा प्रोड्यूसर की भी भूमिका निभाई थी। ‘मुंबई एक्सप्रेस’ पहली ऐसी भारतीय फिल्म है, जिसमें डिजिटल फॉर्मेट इस्तेमाल किया गया। इसे तमिल और हिंदी वेब वार्ता में एक ही टाइटल के साथ एक-साथ शूट किया गया था।
9. कमल हासन की ‘विश्वरूपम’ को भला कोई कैसे भूल सकता है? इस फिल्म को बनाने और रिलीज करने में कमल हासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। ‘विश्वरूपम’ को कमल हासन ने ही डायरेक्ट किया था। साल 2013 में रिलीज हुई यह पहली भारतीय फिल्म है, जिसमें नई Auro 3D साउंड टेकनॉलजी का यूज किया गया था।