नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। महाराष्ट्र के ‘तुम्बाड’ नामक गांव पर बनी एक अनोखी कहानी. आनंद एल राय के सपोर्ट में बनी इस फिल्म ने साल 2018 में बॉक्स ऑफिस को हिला कर रख दिया था. फिल्म की कहानी और किरदारों ने लोगों के शुरुआत से अंत तक सीट से बांधे रखने का काम किया. फिल्म का अनोखा हॉरर लोगों को डराने में कामयाब साबित हुआ. आज भी लोग इस फिल्म को देखकर कांप उठते हैं.
साल 2018 में सोहम शाह की ब्लॉकबस्टर फिल्म तुम्बाड़ ने लोगों को दीवाना बना दिया था. फिल्म में अजीबोगरीब नाम वाले शैतान हस्तर ने लोगों को खूब डराया. यह शैतान रोटियों का भूखा था. रोटियां भी पकी हुई नहीं बल्कि आटे की लोई खाता था. इसका खौफ ऐसा कि लोगों की नींद उड़ा दे. आज भी ये फिल्म इंडिया की सबसे बेहतरीन हॉरर फिल्मों में से एक है. फिल्म का सस्पेंस और रहस्यों में लिपटी फिल्म की कहानी ने दर्शकों के रोंगटे खड़े कर दिए थे. क्रिटिक्स और दर्शक ने तो इस फिल्म पर दिल खोलकर प्यार लुटाया था.
6 साल में बनी फिल्म ने जीता दर्शकों का दिल
राही अनिल बर्वे ने ‘तुम्बाड’ का पहला ड्राफ्ट 1997 में 18 साल की उम्र में लिखा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने 2009 से 2010 के बीच 700 पन्नों की कहानी भी लिख ली थी. 7 प्रोडक्शन हाउस को भी ये कहानी दिखाई गई थी. राही अनिल बर्वे ने मितेश शाह, आदेश प्रसाद और आनंद गांधी के साथ मिलकर स्क्रीनप्ले को और बेहतर बनाया. इसके बाद 6 साल तक इस फिल्म पर खूब काम किया गया. फिल्म की शूटिंग साल 2012 में शुरू की गई थी. लेकिन 6 साल की ये मेहनत रंग लाई और फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब हुई.
बॉक्स ऑफिस पर छॉपे थे करोड़ों रुपए
फिल्म के डायरेक्टर अनिल बर्वे को ये कहानी उनके दोस्त ने 19 साल पहले उन्हें सुनाई थी. लेकिन जब उन्होंने साल 2018 में इस फिल्म को पर्दे पर उतारा तो खुद दर्शक भी डायरेक्टर की काबिलियत पर विश्वास नहीं कर पाए थे. ‘तुम्बाड’ में सोहम शाह ने विनायक राव का नाम के शख्स का किरदार निभाया. उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरी तरह न्याय किया. रहस्यों में लिपटी इस कहानी को बनाने में 5 करोड़ बजट लगा था. लेकिन फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तीन गुना कमाई की और 13.57 करोड़ का शानदार कलेक्शन कर डाला था.
बता दें कि ‘तुम्बाड’ में सोहम शाह सालों बाद खजाने की तलाश करते हुए अपने गांव ‘तुम्बाड’ आता है, जहां हर वक्त बारिश होती रहती है. 6 साल में बनकर तैयार हुई इस फिल्म ने दर्शकों का ऐसा दिल जीता कि लोग आज भी इस फिल्म को उतने ही चाव से देखते हैं. फिल्म ने 64वें फिल्मफेयर अवॉर्ड फंक्शन में 3 पुरस्कार जीते थे. फिल्म को 4 मानसून में शूट किया गया था.